अश्विन की 'कैरम बॉल'
न्यूजीलैंड के लिए यह भारत दौरा खास नहीं रहा। भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में कीवियों का सफाया कर दिया। कीवी बल्लेबाज मैच में बेबस नजर आए। जडेजा और अश्विन की जोड़ी ने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को अपनी फिरकी में खूब नचाया। खासतौर पर अश्विन ने अपने अचूक हथियार 'कैरम बॉल' का खासा प्रयोग किया। यह ऐसी गेंद है जिसे बल्लेबाज पढ़ नहीं पाता और विकेट खो बैठता।
दुनिया में सिर्फ दो गेंदबाज फेंकते हैं यह गेंद
कैरम बॉल फेंकना किसी गेंदबाज के लिए आसान नहीं होता। दुनिया में सिर्फ दो ही गेंदबाज ऐसे हैं जो यह गेंद फेंक सकते हैं। पहले आर अश्विन और दूसरे श्रीलंका के अजंता मेंडिस। सबसे पहली कैरम बॉल 1940 में ऑस्ट्रेलिया के जैक इवरसन ने फेंकी थी। लेकिन उस दौर में फॉस्ट बॉलर्स का इतना वर्चस्व था कि यह कला विलुप्त सी हो गई। इसके बाद साल 2008 में श्रीलंकाई स्पिनर अजंता मेंडिस ने 'कैरम बॉल' को फेंकना शुरु किया। और अब इस कैरम बॉल का एक्सपर्ट भारतीय ऑफ स्पिनर अश्विन को माना जाता है।
इसको बोलते हैं 'सोडुकु बॉल'
तमिल में 'कैरम बॉल' को 'sodukku ball' भी बोलते हैं। इसका मतलब होता है 'snapping of fingers' इस गेंद को मिडिल फिंगर और अंगूठे के सहारे फेंका जाता है।
Cricket News inextlive from Cricket News Desk
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