जर्मनी, ब्रिटेन, चीन वेलेंसिया में हुई विश्व लीग के जरिये पहले ही ओलंपिक का टिकट कटा चुके हैं। हालाकि आज अगर भारत अगर जापान से हार भी जाता है तो वह क्वालीफाई करने की दौड़ से बाहर नहीं होगा, लेकिन प्रतीक्षा और बढ़ेगी, जबकि दावेदारी कमजोर होगी। वेलेंसिया में पांचवें स्थान पर रहे अमेरिका के पास भी रियो के लिए क्वालीफाइ करने का अभी मौका है। एंटवर्प लीग से तीन टीमें रियो डि जेनेरियो का टिकट कटाएंगी। लेकिन दक्षिण कोरिया एशियन गेम्स का स्वर्ण पदक जीतकर पहले ही क्वालीफाइ कर चुका है। ऐसे में भारत के पास अभी भी मौका है।

भारत ने गुरुवार को इटली के खिलाफ प्ले ऑफ मैच में गोल के कई मौके गंवा दिए थे। इससे मैच पेनाल्टी शूटआउट तक खिंच गया था। भारत को अपनी संभावना को और मजबूत करने के लिए इस कमी में सुधार करना होगा।

जापान से पहले भी जीता है भारत

भारत इससे पहले पिछले वर्ष इंचियोन एशियन गेम्स में कांस्य पदक के मैच में जापान को हरा चुका है। इसलिए स्वाभाविक तौर पर इससे उसका मनोबल बढ़ेगा। बस इस बार उसे अपना जीत का मोमेंटो बनाए रखना होगा। अगर आज का मैच भारत ये मैच जीत लेता है तो ना सिर्फ अगले मैचों में जीत का दवाब घट जाएगा बल्कि उसे अपने खेल को ओलंपिक स्तर तक सुधारने के वास्तविक मैच प्रैक्टिस भी मिल जाएगी।

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