खत्म हुआ 35 साल का सूखा
हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद आज भले ही हमारे बीच न हों लेकिन उनके जन्मदिन के अवसर पर इतनी बड़ी खुशी शायद ही कभी मिली। खेल दिवस के इस मौके पर वुमन्स हॉकी टीम ने ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है। 1980 के बाद पहली बार टीम 2016 में ब्राजील के रियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में हिस्सा लेने पहुंचेगी। यही नहीं 1980 में मॉस्को ओलिंपिक में टीम ने हिस्सा तो लिया था लेकिन उसमें क्वॉलिफाई के बिना। उस दौरान कुछ टीमें पुलआउट पर गईं थीं, इसीलिए भारतीय वुमन्स टीम को खेलने का मौका मिला था।

हॉकी इंडिया ने किया ट्वीट
वुमन्स टीम के ओलिंपिक में हिस्सा लेने की सूचना हॉकी इंडिया ने दी। हॉकी इंडिया ने ट्वीट किया कि, 'भारत के लिए यह एक बड़ा और गर्व का समय है। हमारी वुमन्स टीम ने रियो 2016 ओलिंपिक के लिए क्वॉलीफाई कर लिया है।' गौरतलब है कि हॉकी इंडिया को यह जानकारी इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन की तरफ से मिली।



कैसे मिला एंट्री टिकट

इंडिया को ओलिंपिक का टिकट यूरो हॉकी चैम्पियनशिप के दौरान मिला। जब लंदन में हुए सेमीफाइनल में स्पेन को इंग्लैंड के हाथों करारी हार झेलनी पड़ी। जिसके चलते स्पेन की टीम अब ओलिंपिक की दौड़ से बाहर हो चुकी है। वहीं यूरो चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली इंग्लैंड और नीदरलैंड की टीमें पहले ही ओलिंपिक का टिकट हासिल कर चुकी हैं। वैसे भारत ने बेल्िजयम में आयोजित हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल में पांचवीं पोजीशन हासिल करते हुए ओलिंपिक में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार रखी थीं। और आखिरकार टीम का किस्मत ने साथ दिया और वुमन्स हॉकी को रियो ओलिंपिक का टिकट मिल गया।

 

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