हाईकमान ने सौंपी इंदिरा हृदयेश को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी

प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी और सांसद शैलजा की मौजूदगी में हुई विधायक दल की बैठक

DEHRADUN: आखिरकार लम्बी जद्दोजहद के बाद कांग्रेस की वरिष्ठ विधायक इन्दिरा हृदयेश को नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया। रानीखेत से विधायक चुनकर आए करन माहरा को कांगे्रस विधानमंडल दल के उपनेता की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इधर, ममता राकेश मुख्य सचेतक की भूमिका निभाएंगी।

दिल्ली से मिली हरी झंडी

गौरतलब है कि क्क् मार्च को प्रदेश में चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस को मुख्य विपक्षी पार्टी बनने का जनादेश मिला। कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा, कांग्रेस के सिर्फ क्क् प्रत्याशी विधायक चुने गए। रविवार को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी और सांसद शैलजा कुमारी की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक हुई। रविवार दोपहर प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी, प्रदेश चुनाव प्रभारी शैलजा कुमारी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंची। प्रदेश मुख्यालय में विधायकों, प्रदेश अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के साथ करीब एक घंटा चली बैठक के बाद भी नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया था। इस बीच प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और पूर्व सीएम हरीश रावत ने बैठक से निकलकर मीडिया के साथ बातचीत की। उन्होंने बताया कि सभी क्क् विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष के नाम पर हाईकमान के फैसले का सम्मान करने पर सहमति दी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश प्रभारी हाईकमान से बात करने के बाद नाम की घोषणा करेंगे। इसके बाद पूर्व सीएम हरीश रावत कांग्रेस भवन से निकल गए। इसके करीब आधा घंटा बाद प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी ने बैठक में नेता प्रतिपक्ष, उप नेता और मुख्य सचेतक के नामों की घोषणा की।