- 17 जिले होंगे प्रभावित, सैंकड़ों मजदूर मरम्मत में जुटाए गए

- छह जिलों को पानी की सप्लाई बंद, खड़ा हो सकता है संकट

LUCKNOW: राजधानी के इंदिरा डैम में दरार की सूचना से हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर लखीमपुर से शुरू हुई शारदा नहर का पानी आनन-फानन रोक दिया गया। नहर का पानी रुकने से 16 जिले प्रभावित होंगे। सूत्रों की मानें तो डैम में यह दरार पांच दिन पहले आई और पानी का रिसाव शुरू हुआ, जो अब तक जारी है। बताया जा रहा है कि रिसाव की वजह से लाखों गैलन पानी बह चुका है। वहीं, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सैकड़ों मजदूरों को एक्वाडक्ट में दरार की मरम्मत में जुटाया है। लेकिन, अब तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है।

मुंबई से बुलाए स्पेशलिस्ट

सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल यह साफ नहीं है कि लीकेज की वजह क्या है। शुरुआती अनुमान के मुताबिक एक्वाडक्ट की रबर सील खराब होने की वजह से यह रिसाव शुरू हुआ है। दरअसल, कैनाल में बने गेट को जोड़ने के लिये रबर सील का इस्तेमाल किया जाता है। इंदिरा नहर में जियो ट्यूब के जरिये बालू का बांध बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। ताकि, बांध तक पानी आने से रोका जा सके। सूत्रों ने बताया कि एक्वाडक्ट की मरम्मत के लिये मुंबई से स्पेशलिस्ट इंजीनियर बुलाये गए हैं।

लग सकता है एक सप्ताह

मरम्मत में नाकामी मिलती देख 7 मीटर से ज्यादा गहरे इस कैनाल को वाटर पंप के जरिये खाली कराया जा रहा है। फिलवक्त पानी तीन मीटर के लेवल पर है। इससे कठौता और भरवारा झील में पानी की कमी आ सकती है। दरअसल, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, वाराणसी और जौनपुर जिले में पानी की सप्लाई को बिलकुल बंद कर दिया गया है। इसके अलावा शारदा सहायक में जो भी पानी आ रहा है, उसे दरियाबाद से बाराबंकी की ओर डायवर्ट कर दिया गया है। इससे लखनऊ समेत कई जिलों में पानी की किल्लत आ सकती है।

पांच दिन से था लीकेज

स्थानीय निवासियों ने बताया कि कैनाल में लीकेज करीब पांच दिन पहले शुरू हो गया था। कर्मचारियों ने लीकेज की वजह तलाशने के लिये गोताखोरों को भी पानी में उतारा। लेकिन, वजह का पता नहीं चल सका। बावजूद इसके मामले को दबाये रखा।

नंबर गेम

05 दिन से जारी है लीकेज

07 मीटर गहरी है कैनाल

06 जिलों की सप्लाई की गई बंद

17 जिलों में पेयजल की हो सकती है दिक्कत

16 लाख हेक्टेयर जमीन की सिंचाई प्रभावित

वर्जन

डैम में दरार नहीं बल्कि, एक्वाडक्ट की रबर सील में लीकेज हुआ है। इसकी मरम्मत के लिये मुंबई से डाइवर्स को बुलाया गया है। जो गुरुवार से काम शुरू कर देंगे। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द इस खामी को दूर कर लिया जाए।

- अविनाश मिश्र, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर, इंदिरा जल सेतु