- आई नेक्स्ट की ओर से नेशनल पीजी कॉलेज में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन

- 'स्कूल लाइफ वर्सेज कॉलेज लाइफ' विषय पर स्टूडेंट्स ने शेयर किए अपने अनूठे अनुभव

LUCKNOW: स्कूल लाइफ बेस्ट होती है मगर कॉलेज लाइफ का अपना मजा होता है। जो शरारतें स्कूल टाइम पर कर लेते हैं, वो कॉलेज लाइफ में नही कर पाते क्योकि हम बड़े होने का दिखावा करने लगते हैं और साथ ही हमारी शरारतें भी बड़ी हो जाती हैं। स्कूल और कॉलेज के इस अनूठे अनुभव को स्टूडेंट्स ने शेयर किया आई नेक्स्ट के निबंध प्रतियोगिता में, जिसका विषय 'स्कूल लाइफ वर्सेज कॉलेज लाइफ' था। आई नेक्स्ट की इस एक्टिविटी में नेशनल पीजी कॉलेज के स्टूडेंट्स ने अपने अनुभव शेयर किए। किसी ने अपने कॉलेज लाइफ को एंज्वॉय करने की बात लिखी तो किसी ने अपने स्कूल डेज को मिस किया।

स्टूडेंट्स में दिखा उत्साह

स्कूल लाइफ वर्सेज कॉलेज लाइफ की इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स में काफी उत्साह देखने को मिला। हर कोई अपने स्कूल की पुरानी यादों में खो गया। किसी को स्कूल से बंग मारना याद आया तो किसी को कॉलेज का पहला दिन। इस एक्टिविटी में बच्चों के साथ टीचर भी अपने पुराने दिन शेयर करना नहीं भूले।

जब बोले टीचर

नेशनल कॉलेज शहर का सबसे बेस्ट कॉलेज है। यहां पर प्रो। एसपी सिंह के नेतृत्व पर कॉलेज ने काफी तरक्की की है। स्टूडेंट्स के साथ भी काफी फ्रेंडली माहौल रहता है। इस तरह के आयोजन के लिए आई नेक्स्ट को थैंक्स।

- विशाल सक्सेना,

हेड आफ डिपार्टमेंट, बीकॉम आनर्स

आज मुझे अपने स्कूल के दिन याद आ गये। वहां पर हम लोगों ने काफी एंज्वॉय किया। स्कूल टाइम पर जो टीचर डांटते थे, वो आज बहुत याद आते हैं। इस एक्टिविटी से पुरानी यादें ताजा हो गई।

- अपूर्वा टंडन

कॉलेज लाइफ अभी शुरू हुई है, लेकिन एक बात समझ आ गई कि अब हम वो शरारतें नहीं कर सकते जो स्कूल टाइम पर करते थे। मेरी नजर में दोनों ही लाइफ को एंज्वॉय करना चाहिए।

- ख्याति राय

मस्ती, बिना फिक्र के लाइफ जीने का मौका जो स्कूल लाइफ में मिलता है वो कॉलेज लाइफ में नहीं मिलता है। कॉलेज लाइफ को बेफिक्री के साथ नहीं जिया जा सकता, इसलिए स्कूल लाइफ बेस्ट होती है।

- प्रवीन कुशवाहा