-एग्जाम देकर लौटते वक्त घायल हुए भाई-बहनों को पुलिस ने प्राइवेट हॉस्पिटल में कराया एडमिट

>BAREILLY: शहर से लेकर रूरल एरिया तक पुलिस की मिलीभगत से फैला प्राइवेट हॉस्पिटल का एक्सीडेंट में घायल लोगों को प्राइवेट एंबुलेंस से हॉस्पिटल में एडमिट कराकर वसूली का धंधा पुलिस प्रशासन के आला ऑफिसर्स से शिकायत के बाद भी थम नहीं रहा है। फ्राइडे को भी इसी तरह का एक मामला सामने आया है। सीबीगंज स्थित आईटीआई के सामने हुए सड़क हादसे में घायल भाई-बहनों को पुलिस ने प्राइवेट एंबुलेंस से मिनी बाईपास स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया, जहां करीब 20 हजार रुपए की बिल बना दिया गया है।

थाने से आई एम्बुलेंस

बारादरी थाना क्षेत्र के मोहल्ला हजियापुर निवासी मोहम्मद नईम और उसकी बहन शबनम बाइक से सुबह पेपर देने के लिए सीबीगंज स्थित एक डिग्री कॉलेज गए थे। दोनों पेपर खत्म होने के बाद बाइक से लौट रहे थे रास्ते में राजकीय आईटीआई के सामने शहर से जा रही एक मैजिक ने बाइक में सामने से टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार दोनों भाई बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने एक्सीडेंट की सूचना थाना पुलिस को देने के बाद मैजिक को पकड़ लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने थाने से एम्बुलेंस मंगाने के बाद दोनों घायलों को मिनी बाईपास स्थित एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया।

पुलिस ने परिजनों को दी सूचना

पुलिस ने घायलों को हॉस्पिटल भेजने के बाद परिजनों को सूचना दी। सूचना पर घायलों के पिता रहीश बेग जब तक सीबीगंज पहुंचे तो उन्हें पता चला कि घायल निजी हॉस्पिटल में भर्ती हैं। रहीश बेग ने बताया कि वह जब मिनी बाईपास स्थित हॉस्पिटल पहुंचे तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने उनसे 10 हजार नकद, 8 हजार दवा और 2 हजार डॉक्टर फीस जमा करने के लिए कहा। रहीश बेग ने जब पैसे जमा करने में आनाकानी की तो डॉक्टर ने बताया कि हालत गंभीर है रुपए तुरंत जमा करो तभी दूसरे डॉक्टर घायलों को देख सकेंगे। डॉक्टर की बात सुनकर उन्होंने तुरंत पैसे जमा कर दिए। रहीश बेग का आरोप है कि वह घायलों को इलाज के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले जाते लेकिन पुलिस ने निजी हॉस्पिटल भेज दिया है।