बीएचयू में दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का हुआ समापन

VARANASI

बीएचयू के पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट की ओर से चल रहे दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का समापन शनिवार को हुआ। बतौर चीफ गेस्ट राजघाट फाउण्डेशन दिल्ली के प्रो। अनिल दत्त मिश्रा ने कहा कि आधुनिक भारत की संस्कृति एवं परम्पराओं को समझने के लिए गांधी, अम्बेडकर और भारतीय राजनीतिक चिंतकों की अति आवश्यकता है। उन्होने संस्कृत साहित्य पर अधिक जोर देते हुए कहा कि संस्कृत सभी साहित्य की जन्मदाता है। प्रो। अजीजी ने संस्कृति और शिक्षा पर अधिक बल दिया। खास तौर पर इन्होंने यूनानी और मिस्त्र की सभ्यताओं को भारतीय सभ्यता के परिपेक्ष्य में समझने पर बल दिया। डीन प्रो। मंजीत चतुर्वेदी ने साहित्य में तत्व बोध पर जोर दिया और कहा कि हमेशा तत्व के मूल की खोज होनी चाहिए। कॉन्फ्रेंस में दो सौ से अधिक शोधपत्र पढ़े गये। धन्यवाद ज्ञापन प्रो। हेमन्त कुमार मालवीय ने किया। कार्यक्रम के संयोजक प्रो। कौशल किशोर मिश्र व प्रो। आरपी पाठक रहे। संचालन डॉ। अभिनव शर्मा ने किया।