- रंगदारी मांगता है इसलिए पेशी पर नहीं आएगा चंदन

- नये सिरे से बदमाशों पर शिकंजा कसने में जुटी पुलिस

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : बहुचर्चित छोटू सिंह हत्याकांड की विवेचना दोबारा जिले में होगी.देवरिया क्राइम ब्रांच की विवेचना में एसआई बीबी सिंह ने मुख्य आरोपी सुधीर सिंह का नाम बाहर कर दिया था। पांच हजार के इनामी गैंगेस्टर सुधीर को बरी करने पर एसएसपी गोरखपुर ने आपत्ति जताई। उन्होंने डीआईजी और आईजी को पत्र लिखकर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लेकिन अभी तक इस मामले में दरोगा के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी है।

ब्रह्मभोज में शामिल होने गए छोटू पर चलाई थी गोलियां

शाहपुर केसंगम चौराहा निवासी बिजेंद्र सिंह उर्फ छोटू सिंह की रंजिश सुधीर सिंह से चल रही थी। गुलरिहा एरिया के शिवपुर सहबाजगंज में आयोजित एक ब्रह्मभोज शामिल होने छोटू सिंह पहुंचा। आरोप है कि तभी लग्जरी गाड़ी से अपने साथियों संग पहुंचे सुधीर सिंह ने छोटू पर गोलियां दाग दी। मौके पर छोटू सिंह की मौत हो गई। चार अन्य लोग मामूली रूप से घायल हो गए। छोटू सिंह की पत्‍‌नी ने सुधीर सिंह, उसके भाई उदयवीर सिंह सहित 10 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कराया। इस मामले में सुधीर सिंह के नजदीकी रिश्तेदार को अरेस्ट करके पुलिस ने दो गाडि़यां बरामद कर लीं।

राजनीतिक रसूख पर ट्रांसफर कराई विवेचना

शातिर चंदन सिंह के करीबी रिश्तेदार छोटू सिंह पर दोहरा खतरा बढ़ गया। पुलिस ने सुधीर सिंह पर पांच हजार का इनाम घोषित कर दिया। दूसरी तरफ चंदन सिंह भी अपने रिश्तेदार की हत्या का बदला लेने के लिए सुधीर को तलाशने लगा। एक सपा नेता की मदद से सुधीर सिंह ने मामले की विवेचना सीबीसीआईडी में ट्रांसफर कराने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी न मिलने पर मामले को देवरिया ट्रांसफर करा दिया। देवरिया क्राइम ब्रांच में तैनात एसआई बीबी सिंह ने सुधीर सहित चार अभियुक्तों को क्लीनचिट दे दिया।

तो टूट गए मुकदमे के गवाह, वादी ने किया समझौता

मुकदमे से सुधीर सिंह का नाम बाहर करने को एसएसपी आरके भारद्वाज ने गंभीरता से लिया। उन्होंने डीआईजी और आईजी को पत्र लिखकर मामले की दोबारा जांच कराने की मांग की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गवाहों के मुकरने का तर्क दरोगा ने दिया है। उन्होंने मृतक की पत्‍‌नी के समझौता करने की रिपोर्ट बनाई है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि सरेशाम हुई वारदात में आखिर कौन शामिल था? माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ मुकदमा क्यों दर्ज किया गया? दबिश के दौरान सुधीर सिंह के रिश्तेदार के पास से दो गाडि़यां क्यों बरामद की गई? एक साल बीतने के बाद मामले में गोलमाल से मामला उलझता जा रहा है।

पुलिस ने मांगी विधिक राय, ट्रांसफर होगी विवेचना

मर्डर से सुधीर सिंह का नाम बाहर करने को लेकर पुलिस की खूब किरकिरी हुई है। इस किरकिरी से बचने के लिए अफसर अब उपाय तलाशने में लगे हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुधीर ने राजनीतिक रसूख के बल पर लखनऊ से विवेचना का आदेश जारी कराया था। गोरखपुर पुलिस चाहती है कि दोबारा मामले की विवेचना गोरखपुर में की जाए। ऐसे में अफसरों ने अपने विधिक सलाहकारों से राय मांगी है। विधिक राय मिलने के बाद डीजीपी मुख्यालय को अवगत कराया जाएगा। इसके बाद मामले की विवेचना दोबारा कराने की प्रक्रिया शुरू होगी।

विवेचना से सुधीर सिंह का नाम बाहर करने के मामले की जांच चल रही है। जल्द ही इसमें रिपोर्ट बनाकर भेजी जाएगी। मामले में दोषी पाए जाने पर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

एस चनप्पा, एसपी देवरिया

विवेचक बीबी सिंह ने जांच में सुधीर सिंह को क्लीनचिट दे दिया है। मामले की दोबारा जांच कराने के साथ दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया था, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई जवाब नहीं प्राप्त हुआ है।

रामकृष्ण भारद्वाज, एसएसपी गोरखपुर

इस मामले में विधिक राय ली जा रही है। मामले की विवेचना गोरखपुर में दोबारा कराई जाएगी। इसके लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

डॉ। संजीव कुमार, डीआईजी गोरखपुर रेंज

छोटू सिंह हत्याकांड में सुधीर सिंह का नाम बाहर करने की जानकारी नहीं है। इसके संबंध में जांच पड़ताल की जाएगी। संबंधित अफसरों से इसके बारे में बातचीत करेंगे।

एसके माथुर, आईजी गोरखपुर जोन

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गोरखपुर पेशी पर नहीं आएगा चंदन सिंह

बाराबंकी जेल में बंद शातिर चंदन सिंह की पेशी गोरखपुर कोर्ट में नहीं होगी। गोरखपुर पुलिस इसका इंतजाम करने में लगी है। पुलिस कोशिश कर रही है कि चंदन की पेशी कोर्ट में वीडियो कांफ्रेसिंग से कराई जाए। इससे पुलिस को चंदन सिंह की सुरक्षा से जहां निजात मिलेगी, वहीं चंदन गोरखपुर आने के बाद अपने लोगों से भी नहीं मिल पाएगा। पुलिस का कहना है कि पेशी पर आने के दौरान चंदन सिंह लोगों से रंगदारी वसूलकर ले जाता है। उसके खिलाफ एक पुलिस अधिकारी ने शासन स्तर तक शिकायत की थी। सिटी के कुछ बिजनेसमैन को चिट्ठी भेजकर चंदन सिंह रंगदारी मांग चुका है। उधर संतकबीर नगर कोर्ट में जाने के दौरान सहजनवां से फरार हुए राणा सिंह उर्फ पिंटू सिंह ने चंदन से संपर्क किया है। चंदन सिंह की मदद के लिए वह साजिश रचकर जेल से फरार हुआ। पुलिस की जांच में इसके पुख्ता सबूत मिले हैं। यहां बता दें कि बाराबंकी, लखनऊ सहित कई जगहों पर लूट, मर्डर में बाराबंकी पुलिस ने चंदन सिंह सहित चार लोगों को अरेस्ट किया। वह देवरिया जाते समय बैतालपुर में ट्रेन से फरार होकर वारदात करने लगा। इससे आजिज आकर पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया।