महीनों बाद भी नहीं पूरी हो सकी UP board में फर्जीवाड़े की जांच

JD के नेतृत्व में अधिकारियों की गठित की गई थी team

ALLAHABAD: फर्जीवाड़े को लेकर चर्चा में आए यूपी बोर्ड में चल रही जांच अभी तक पूरी नहीं हो सकी। हालांकि जांच के लिये टीम गठित हुए कई महीनें बीत चुके हैं। इसके बाद भी अधिकारियों की लापरवाही के कारण अभी तक जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी। जिससे लगभग एक दर्जन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई आज तक नहीं हो सकी। जबकि फर्जीवाड़े में शामिल कर्मचारी आज भी बोर्ड में आराम से कार्य कर रहे है।

Board के दस्तावेजों से छेड़छाड़

माध्यमिक शिक्षा परिषद के इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय में कुछ लोगों ने दस्तावेजों में फेरबदल करके एलटी ग्रेड शिक्षकों के पदों पर नियुक्तियां हासिल की थी। मामले का खुलासा होने के बाद करीब चार माह पूर्व जेडी इलाहाबाद मंडल महेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में क्षेत्रीय सचिव बरेली विनोद कृष्ण व बोर्ड के अन्य अधिकारियों की टीम गठित की गई थी।

अधिकारियों ने लटकाया मामला

बोर्ड कार्यालय में दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ को लेकर मामला तूल पकड़ने पर अक्टूबर में सीनियर अधिकारियों के नेतृत्व में टीम गठित करके जांच शुरू की गई। लेकिन कार्य की व्यस्तता समेत दूसरे कामों का हवाला देकर अधिकारियों ने जांच की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं की। जिससे बोर्ड में फर्जीवाड़े में संलिप्त कर्मचारियों का पता अभी तक नहीं लगाया जा सका। ऐसे में अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे। गौरतलब है कि इलाहाबाद मंडल में एलटी ग्रेड शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति के लिए काउंसलिंग का आयोजन किया गया था।

मामले ने पकड़ा तूल

कई अभ्यर्थियों ने बोर्ड में मौजूद दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके अपने मा‌र्क्स बढ़वा लिए थे। इसके बाद अभ्यर्थियों ने नौकरी हासिल कर ली थी। इसी बीच मामला अधिकारियों के संज्ञान में आ गया। जिसके बाद मामला तूल पकड़ता गया। इसके बाद आरोपी अभ्यर्थी नौकरी छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद से बोर्ड के अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है।

जेडी को निर्देशित किया गया है कि वे शीघ्र जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपे। ताकि आरोपी कर्मचारियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

शैल यादव, सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद