कम चावलों की खपत कर दिखा दिया अधिक प्रयोग

बच्चों को दिया जा रहा निर्धारित मात्रा से कम खाना

Meerut। परिषदीय स्कूलों में चल रही मिड-डे मील योजना के तहत स्कूलों में न तो फल का वितरण हो रहा है न ही बच्चों को माप के अनुसार खाना दिया जा रहा है। स्थिति यह है कि बच्चों के लिए कम मात्रा में खाना बनाकर स्कूल विभाग खानापूर्ति कर रहे हैं। मिड-डे मील विभाग की ओर से हुई जांच में इसका खुलासा हुआ है।

हो रही धांधली

आर्दश पूर्व माध्यमिक स्कूल कमालपुर व प्राइमरी स्कूल कमालपुर में मिड-डे मील में बड़ी खामियां पाई गई। इस दौरान बच्चों को यहां नवंबर माह से फल प्राप्त नहीं हो रहे हैं। जबकि चावल भी निर्धारित मात्रा से आधी मात्रा में तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा मिड-डे मील की कोस्ट भी माइनस में दिखाई गई हैं। जबकि विभाग की ओर से लगातार बजट दिया जा रहा है। फिर भी इस दौरान करीब 79981 रूपये माइनस में दिखाएं गए हैं।

12 िकलो चावल

आर्दश पूर्व माध्यमिक स्कूल कमालपुर में हुई जांच में पता चला है कि यहां 134 बच्चों के लिए कुल 12 किलो चावल का प्रयोग ही किया जा रहा है। जबकि इतने बच्चों के सापेक्ष 20 किलो चावल का प्रयोग निर्धारित किया गया है। वहीं जांच में यह भी खुलासा हुआ है इस स्कूल में ग्राम प्रधान की ओर से बचा हुआ खाद्यान्न उपलब्ध नहीं किया जा रहा है।

दोनों स्कूलों की जांच रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी गई हैं। इसके अलावा स्कूल पर कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। इन स्कूलों में मिड-डे मील में भारी अनियमितताएं पाई गई हैं।

वीरेंद्र कुमार, मंडलीय समन्वयक, मिड-डे मील