आई एक्सक्लूसिव

-प्राइवेट लैब में पॉजिटिव आ रही मेडिकल की निगेटिव जांच

-अनट्रेंड स्टॉफ और डॉक्टर्स की लापरवाही से चल रही धांधली

मेरठ। अपनी तमाम गड़बड़ और खामियों के लिए मशहूर मेडिकल कॉलेज का एक नया कारनामा सामने आया है। इस बार मेडिकल कॉलेज में की जा रही जांचों में बड़ी धांधली सामने आई है। मेडिकल में कई ऐसी जांच सामने आई हैं, जिनकी प्राइवेट लैब में रिपोर्ट बिल्कुल विपरीत आई है। इन मामलों ने न केवल पूरे सिस्टम पर सवालिया निशान लगा दिया, बल्कि इलाज के नाम पर हो रही लापरवाही को भी उजागर कर दिया है।

क्या है मामला

दरअसल, मेडिकल कॉलेज की लैब में की जा रही जांचों में लापरवाही का मामला सामने आया है। पिछले दो माह में ऐसे आठ मामले जानकारी में आए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट प्राइवेट लैब में विपरीत साबित हुई है।

हवा में चल रहा खेल

मेडिकल कॉलेज स्थित लैब में जहां संविदा पर लगे अनुभवहीन अटेंडेंट्स से काम लिया जा रहा है। वहीं लैब इंचार्ज की लापरवाही सिस्टम पर भारी पड़ रही है। यही कारण है कि मरीजों की जांच के सही नतीजे सामने निकलकर नहीं आ रहे हैं।

ऐसे हुआ खुलासा

असल में वायरोलॉजी टेस्ट के अंतर्गत मरीज का हेपेटाइट्स, एचसीबी और एचआईवी की जांच कराई जाती है। इन जांचों को मेडिकल की लैब में कराया जाता है। ऐसे में पकड़ में आए मामलों की बाहरी जांचों में पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ है।

ये हैं मामले--

-सुभाष नगर निवासी नैतिक कुमार ने मेडिकल में वायरोलॉजी का टेस्ट कराया था। उनकी जांच रिपोर्ट यहां पॉजेटिव दर्शाई गई थी, जबकि एक प्राइवेट लैब में इस जांच के परिणाम निगेटिव आए थे।

-गंगानगर निवासी अमित ने मेडिकल इमरजेंसी में ब्लड टेस्ट कराया। जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद उसको संदेह हुआ तो उसने एक प्राइवेट लैब में पुन: जांच कराई। प्राइवेट लैब की रिपोर्ट आने पर नतीजे बिल्कुल विपरीत आए।

वर्जन

वायरोलॉजी की जांच के कुछ संदिग्ध मामले सामने आए हैं। हालांकि ऐसा तकनीकि प्राब्लम के कारण हुआ है। इन मामलों की जांच चल रही है। रिपोर्ट सामने आने पर ही कुछ क्लीयर होगा।

-डॉ। नितिन यादव, ईएमओ मेडिकल कॉलेज