- कंपनी बंद होने से दर्जनों निवेशकों ने किया प्रदर्शन

- एमजी रोड पर किया प्रदर्शन, सांसद को सौंपा ज्ञापन

आगरा। चिटफंड कंपनियों के बंद होने से शहर के सैकड़ों लोगों की मोटी पूंजी फंस गई है। गुरुवार को एक निजी संगठन के सचिव एसएस सिकरवार के नेतृत्व में लोगों ने एमजी रोड पर प्रदर्शन किया। इसके बाद संगठन के पदाधिकारियों ने सांसद डॉ। रामशंकर कठेरिया के निवास पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।

कंपनियों में लगाई जमा पूंजी

संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि उन्होंने चिटफंड कंपनियों में करोड़ों रुपये का निवेश किया था। ये सभी कंपनियां वर्ष 2001 से भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के मिनिस्ट्री ऑफ कारपोरेशन के तहत पंजीकृत थीं। हम लोगों ने भारत सरकार का पंजीयन देखकर अभिकर्ता के रूप में कार्य किया था। इसमें उन्होंने अपने रिश्तेदारों, मित्रों समेत तमाम लोगों से रुपये लेकर इस कंपनी में जमा करा दिया। सरकार ने इन कंपनियों में अनियमितता पाए जाने पर कंपनी के लेन-देन पर रोक लगा दी। वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर कंपनियों के चेयरमैन और डायरेक्टर को जेल भेज दिया। इस मामले में सेबी और सीबीआई मामले की जांच कर रही है। लोगों का कहना था कि हमने अपनी व अन्य परिचित लोगों की खून-पसीने की कमाई को कंपनी में जमा किया। अब हम रोड पर आ गए हैं। इसके चलते कई लोग अपने बेटे-बेटियों की शादी नहीं कर पा रहे। लोगों ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री से कंपनी से रुपये वापस दिलाने की मांग की है। पीएम के नाम सांसद को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में अनूप गोयल, उत्तम चंद, एसएस सिकरवार, राधारमण आदि मौजूद रहे।