IOC अधिकारियों पर तेल चोरी का आरोप लगाते हुए टैंकर चालकों ने किया हंगामा

मंगलवार से ही हड़ताल पर हैं चालक, बुधवार को डीपो पर किया जमकर हंगामा

इलाहाबाद और आसपास के जिलों में सप्लाई ठप, बृहस्पतिवार से ड्राई हो सकते हैं पंप

ALLAHABAD: पिछले कई महीनों से आईओसी (इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन) डिपो झलवा के अधिकारियों और टैंकर चालकों व ट्रांसपोर्टरों के बीच चल रहा विवाद गहरा गया है। टैंकर ड्राइवरों ने डिपो के अधिकारियों पर तेल चोरी कराए जाने का गंभीर आरोप लगाया है। साथ ही अफसरों पर परेशान किए जाने का तोहमत मढ़ा है। नाराज चालकों ने डीजल व पेट्रोल की सप्लाई भी बंद कर दी है। मंगलवार से ही डिपो से टैंकरों की रवानगी ठप है। बुधवार को टैंकर ड्राइवरों ने अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन के साथ हंगामा भी किया। गुस्से की आग भड़की तो सुरक्षा के मद्देनजर डिपो में पुलिस व पीएसी की टीम लगा दी गई। डिपो अधिकारियों व ट्रांसपोर्टरों के बीच देर शाम तक हुई वार्तालाप का नतीजा निर्णायक मोड़ पर नहीं पहुंच सका। यह झगड़ा जल्द समाप्त न हुआ तो शहर के लोगों को पेट्रोल-डीजल की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।

पुलिस व PAC तैनात

झलवा स्थित इंडियन ऑयल के डिपो से प्रति दिन 200 से अधिक टैंकर तेल की सप्लाई करते हैं। यही टैंकर इलाहाबाद सहित आस-पास के जिलों में स्थित फ्यूल पंपों पर पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति करते हैं। केवल इलाहाबाद की बात करें तो यहां रोजाना करीब 600 किलोलीटर पेट्रोल और 1800 किलोलीटर डीजल की खपत होती है। बुधवार से इसकी सप्लाई कम हो सकती है। क्योंकि आईओसी के पंपों पर सोमवार से डीजल व पेट्रोल की सप्लाई बंद हो चुकी है। टैंकर पंपों तक नहीं पहुंच रहे हैं। बचे हुए स्टॉक से काम चलाया जा रहा है।

प्रति टैंकर 80 लीटर पेट्रोल कम

आईओसी डिपो झलवा के अधिकारियों पर तेल चोरी कराए जाने का आरोप लगाते हुए टैंकर ड्राइवरों ने मंगलवार को डिपो के बाहर जमकर हंगामा किया। आरोप लगाया कि डिपो से ही प्रति टैंकर करीब 80 लीटर डीजल व पेट्रोल कम दिया जा रहा है। इसका दोष ड्राइवरों पर मढ़ते हुए उनका पैसा काटा जा रहा है। नाराज चालकों ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे किसी पंप पर टैंकर लेकर जाते हैं तो वहां टैंकर का डिप लिया जाता है। तेल उपर-नीचे किया जाता है, इसके बाद शॉर्टेज लिख दिया जाता है।

Terminal manager ने नहीं दिया जवाब

प्रदर्शन कर रहे टैंकर चालकों का आरोप है कि इंडियन ऑयल के नियमानुसार पंप पर पहुंचने के दस मिनट बाद टैंकर खाली कराया जाय। लेकिन पंप वाले टैंकर को चार से पांच घंटे तक खड़ा करा देते हैं। ट्रांसपोर्टरों और टैंकर ड्राइवरों का आरोप है कि इंडियन ऑयल में कभी भी पूरा तेल नहीं दिया जाता है। अगर ड्राइवर पूरा तेल मांगते हैं तो अधिकारी कहते हैं कि गाड़ी पानी में लगाओ। वहीं दूसरे डिपो में टैंकर भेजे जाने पर वहां प्रति चेम्बर तेल दस लीटर एक्स्ट्रा बढ़ जाता है। आईओसी के झलवा डिपो से तेल ले जाने पर टैंकर में तेल हमेशा कम हो जाता है। ड्राइवरों ने चेकिंग के नाम पर आईओसी डिपो में एक सप्ताह से कई गाडि़यां खड़ी कराए जाने का आरोप लगाया। कहा कि गाड़ी की चेकिंग एक दिन में होनी चाहिए। एक-एक सप्ताह गाड़ी खड़ा करा लिए जाने से ड्राइवर परेशान हो रहे हैं। इस संबंध में जब आईओसी डिपो झलवा के चीफ टर्मिनल मैनेजर मनोज कुमार श्रीवास्तव से मोबाइल पर बात की गई तो उन्होंने मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।