-आईआरसीटीसी ने बढ़ाई ऑनलाइन टिकट बु¨कग की क्षमता

-टिकट बु¨कग क्षमता प्रति मिनट 7200 टिकटों से बढ़कर 14000 टिकट हुई

CHAKRADHARPUR: रेल में सफर करने वाले यात्रियों को अब ऑनलाइन तत्काल टिकट कटाने के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी। यात्री सबसे व्यस्त समय में टिकटों की बु¨कग आराम से कर सकेंगे। इसके लिए आईआरसीटीसी ने अपनी क्षमता को बढ़ाते हुए उच्च्च क्षमता के दो नए सर्वर लगाए हैं। 1 जून की रात से दो नए सर्वर कार्य कर रहे हैं। इससे टिकट बु¨कग क्षमता प्रति मिनट 7200 टिकटों से बढ़कर 14000 टिकट हो गई है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट से प्रतिदिन लगभग 4 लाख तत्काल टिकट बुक कराए जाते हैं। ज्ञात हो कि देश भर में रेलवे टिकटों की 54 प्रतिशत आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ही बुक किया जाता है। आईआरसीटीसी के 3 करोड़ से अधिक रजिस्टर यूजर हैं और यह दुनिया में दूसरी सबसे व्यस्त वेबसाइट है। इसके जरीये प्रतिदिन औसतन 5.5 से 6 लाख टिकट बुक कराये जाते हैं और प्रति मिनट 14800 टिकटों की रिकार्ड भी दर्ज की गई है। आईआरसीटीसी ने 2002 में ऑनलाइन टिकट बु¨कग की शुरुआत की थी।

------------

ईचा-खरकई बांध योजना को निरस्त करने की मांग

CHAIBASA: सुवर्णरेखा बहुउद्दशीय परियोजना के दूसरे भाग ईचा-खरकई बांध योजना को निरस्त करने की मांग राज्यपाल से की गई है। पश्चिम सिंहभूम के डीसी के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित पत्र में कई गांवों के मानकी व मुंडा की ओर से कहा गया है कि ईचा-खरकई बांध के बनने से झारखंड क्षेत्र में निवास कर रहे 87 गांवों के लोगों के अस्तित्व पर खतरा हो सकता है। इस परियोजना स्थल के दायरे में ओडि़शा के फ्म् गांवों को मिलाकर क्ख्फ् गांवों के लोगों के जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। इन गांवों में निवास कर रहे म्0 हजार परिवार परियोजना के दायरे में हैं। संवैधानिक अधिकारों की जानकारी नहीं होने के कारण उन्हें अपने परंपरागत अधिकारों से वंचित होना पड़ेगा। यह सरकार का दायित्व है कि वह मानवता और उसके सम्मान की रक्षा करे। सरकार को चाहिए कि वह ईचा-खरकई बांध के स्थल को परिवर्तित करे।