-एमडीए ने रजवाहे को कवर कर रोड बनाने का रखा प्रस्ताव

-सिंचाई विभाग ने कहा रजवाहा कवर करने से कैचमेंट होगा कम

Meerut: एमडीए के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट इनर रिंग रोड पर सिंचाई विभाग ने ऑब्जेक्शन लगा दिया है। एमडीए द्वारा रजवाहे पर लिंटर डालकर रोड बनाने के प्रस्ताव पर सिंचाई विभाग ने असहमति जताई है। अफसरों का कहना है कि लिंटर डालने से रजवाहे की कैचमेंट पावर प्रभावित होगी।

क्या है मामला

शहर की ट्रैफिक समस्या को ठीक करने के लिए भारी वाहनों को शहर से बाहर निकाले जाने की योजना है। कमिश्नर आलोक सिन्हा ने इसके लिए प्रस्तावित इनर रिंग रोड प्रोजेक्ट को पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। कमिश्नर के निर्देश पर शनिवार को एमडीए, नगर निगम, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग व जल निगम की टीम ने प्रस्तावित मार्ग का निरीक्षण किया था। दरअसल, प्रथम चरण में इनर रिंग रोड गढ़ रोड से हापुड व दिल्ली बाइपास तक 16 किमी लंबी बननी है। इसमें से 12 किमी का टुकड़ा बिजली बंबा रजवाहे के किनारे बनेगी। इसमें सबसे बड़ी प्रस्तावित मार्ग के बीच में पड़ रहा रजवाहा है, जबकि रजवाहे की दोनों ओर 7-7 मीटर की पटरी है। रजवाहे को मिलाकर यह मार्ग 15 मीटर चौड़ा है।

ये रखा था प्रस्ताव

निरीक्षण के दौरान संयुक्त टीम ने प्रस्तावित मार्ग के आड़े आ रहे रजवाहे को लेकर विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श किया था। इस दौरान अर्बन एरिया में सिंचाई के पानी के कम इस्तेमाल को देखते हुए रजवाहे को कवर करने का निर्णय लिया गया था। एमडीए के मुताबिक रजवाहे के दोनों ओर सिमेंट की मजबूत दीवार बनाकर उसके ऊपर लिंटर डाला जाएगा। एमडीए के प्रस्ताव पर सिंचाई विभाग की टीम ने असहमति जताई है। विभाग का कहना है कि रजवाहे पर लिंटर डालने से न केवल उसकी कैचमेंट पावर कम होगी, बल्कि उसकी सफाई करने में भी परेशानी पैदा होगी।

रजवाहे पर लिंटर डालने से रजवाहा प्रभावित होगा। उसकी साफ-सफाई में भी परेशानी होगी। ऐसे में रजवाहा कवर किया जाना जनहित में नहीं हैं।

आरके सिंह, एक्सईएन सिंचाई विभाग

सिंचाई विभाग की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। उनको लिंटर डालने पर आपत्ति है। उनकी रिपोर्ट कमिश्नरी को प्राप्त होगी।

विवेक भास्कर, एटीपी एमडीए