अगर आपका ब्वॉयफ्रेंड कमिटमेंट से दूर भाग रहा है तो परेशान होने की जरूरत नहीं. बस कुछ बातों पर गौर से निगाह डालिए और आपको समझ आ जाएगा कि वो कमिटमेंट से डर रहा है या फिर कमिटमेंट करना ही नहीं चाहता.

पहली बात तो ये है कि आप चेक कीजिए की क्या आपका ब्वॉयफ्रेंड लोगों के बीच आपको ऑफिशियली अपनी गर्लफ्रेंड बताता है या नहीं और क्या वो ऐसा करने कतराता है या फिर बोलने से हिचकिचाता है. उसका बिहेवियर ही आपको समझा देगा कि असलियत क्या है.

क्या आपका ब्वॉयफ्रेंड आपको प्रॉयोरिटी देता है या फिर बार बार ये जताता है कि उसका काम और करियर उसके लिए सबसे पहले है बाकी सब उसके बाद.  

क्या आपका ब्वॉयफ्रेंड अपने दोस्तों और फैमिली से आपको मिलवाता है या ऐसे मौकों को अवाइड करता है. इसके लिए किसी भी प्रायर प्लानिंग से बच कर लास्ट मिनट प्लानंस बना कर आपको इंफार्म करता है.

commitment issues

वीकेंडस पर आपके साथ टाइम स्पेंड करने की बजाय क्या वो अपने पर्सनल प्रोग्राम्स को इंर्पोटेंस देता है. यहां पर भी वो आपको नहीं खुद को प्रॉयोरिटी देता है तो बिना शक वो कमिटमेंट करने से बच रहा है.

अगर आपका ब्वॉयफ्रेंड आपको लेकर इमोशनल नहीं है तो ये एक सीरियस इश्यू है. इसका मतलब आपके रिश्ते में कमिटमेंट तो नहीं ही है प्यार भी मिसिंग है. इसके चलते हो सकता है कि उसकी लाइफ में एक आप ही नहीं और भी लड़कियां हों.

ये सच है कि ये ज्यादातर सिम्टम्पस तब भी नजर आते हैं जब कोई शख्स बहुत ज्यादा प्रेशर में हो या फिर किसी तनाव से गुजर रहा हो. लेकिन अगर आप का रिलेशनशिप एक लंबा वक्त गुजार चुका हो और एक दूसरे के अप्स एण्ड डाउंस देख चुका हो तब तो चेक करना बनता है. ये बात सबसे तकलीफदेह होती है कि काई लड़की किसी के प्यार में डूबी हो और वो उसे सही रिस्पांस ना दे या फिर अपनी जिंदगी में उसकी सही जगह ना बताए. इसलिए इन टेस्ट प्वाइंट के बाद भी अगर वो ना बोले तो आप खुद ही पहल करके उससे पूछ लें कि वो आपके लिए कितना कमिटटेड है. क्योंकी जितनी देर होगी आपको चोट पहुंचने का डर उतना ही बढ़ेगा. बस पूछने से पहले थोड़ा माहौल जरूर बनाइए. उसके लिए अपना कंसर्न हाई लाइट करके शो कीजिए. इमोशनल बॉन्डिंग स्ट्रांग कीजिए उसके वर्किंग टाइम, हेल्थ और खाने पीने के लिए अपना इंट्रेस्ट शो करें और उसे जताएं कि आप उसकी कितनी फिक्र करती हैं.