-फोटोग्राफी के हुनर के जरिए सैन्य एरिया में घरों तक बना ली थी पैठ

-फोटो डालने के बहाने पैन ड्राइव में मालवेयर डालकर सैन्यकर्मियों के घर से चुराता था डाटा

BAREILLY: प्रेमनगर के शाहबाद में ठिकाना बनाए पाकिस्तानी एजेंट मोहम्मद कलाम उर्फ एजाज ने सेना के अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों तक अपनी पैठ बना ली थी। वह फोटोग्राफी के हुनर के जरिए ही घरों तक पहुंच सका। वह फोटो खींचने या फोटो कंप्यूटर में अपलोड करने के बहाने से जाता था। वह पैन ड्राइव में मालवेयर डालकर सैन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के कंप्यूटर से डाटा चोरी कर लेता था। एसटीएफ के सामने कलाम ने कई अन्य बड़े खुलासे भी किए हैं।

कैंट स्थित स्टूडियो में करता था काम

सोर्सेस के अनुसार कलाम कैंट की मार्केट में बने स्टूडियो में काम करता था। इस मार्केट में ही ज्यादातर सेना के अधिकारी व कर्मचारी आते हैं। वे लोग घरेलू फोटो के साथ अन्य फोटोग्राफ भी खिंचवाते थे। इसी का कलाम फायदा उठा रहा था और सेना से जुड़ी जानकारियां अपने आका को भेज रहा था। वह लोगों से जान पहचान बनाकर ही सेना की टुकड़ी के मूवमेंट, सेना की ताकत व अन्य जानकारियां जुटा रहा था।

इंटरनेशनल कॉल से हुआ शक

कलाम अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहा था, लेकिन पाकिस्तान में लगातार इंटरनेशनल कॉल से आईबी को शक हो गया, जिसके बाद आईबी ने उस पर निगरानी रखना शुरू कर दिया। जब आईबी को पूरी तरह से शक हो गया तो एसटीएफ की मदद से उसे पकड़ लिया गया।

खुश नहीं था पाकिस्तानी आका

कलाम ने पाकिस्तान में बैठे सेना के मेजर सलीम यानि आका को सेना से जुड़ी कई अहम जानकारियां भेजी थीं, लेकिन उसका आका उसके काम से खुश नहीं था। इंटरनेशनल काल के दौरान सलीम ने कहा था कि वह और ज्यादा से ज्यादा जानकारी भेजे। उसे काम के भरपूर पैसे दिए जा रहे हैं फिर वह ऐसा क्यों नहीं कर रहा है। सलीम ने कलाम से इसको लेकर नाराजगी भी जताई थी।

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आसमा का पिता बोला धोखे से की शादी

कलाम की पत्‍‌नी आसमा के पिता शमसेर ने भी कलाम के पाकिस्तानी एजेंट होने की जानकारी से साफ इनकार किया है। संडे सुबह बरेली पहुंचने पर उसने बेटी से धोखे से शादी करने की बात कही। उसने बोला कि वह गरीब है, इसलिए बेटी की शादी कर दी। कलाम खड़ी बोली बोलता था इसलिए उसे लगा कि कलाम पढ़ा लिखा है और अच्छी कमाई भी कर लेता है, जिससे उसकी बेटी खुश रहेगी।

मकान मालकिन ने बंद कर दिया गेट

आसमा का पिता शमसेर , पत्‍‌नी जहां आरा और छोटे बेटे के साथ देर रात ही बरेली पहुंच गया। बानखाना और दीवानखाना में कंफ्यूजन होने के चलते वह घर भूल गया। रात में भटकते मिलने पर उसे एक धार्मिक स्थल में शरण दी गई। जब उसे याद आया तो आसमा के घर पहुंचा दिया गया। जब मकान मालकिन को खबर लगी कि आसमा के परिवार वाले आए हैं, तो उन्होंने बाहर से गेट बंद कर दिया और पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के पहुंचने पर परिवार को एंट्री दी गई।

नहीं पालेंगे एजेंट के बच्चे को

शमसेर ने बताया कि जब उसे गांव में कलाम के पाकिस्तानी एजेंट होने की खबर पहुंची है, तब से उसकी काफी बदनामी हो रही है। वह जब भी आसमा को बिहार ले जाएंगे तो प्रेमनगर पुलिस को सूचना देकर ही जाएंगे। यही नहीं वह आसमा के पेट में पल रहे पाकिस्तानी एजेंट के बच्चे को भी न पालने की बात कह रहे हैं। वह बेटी की दूसरी शादी करने का प्लान कर रहा ताकि उसकी जिंदगी सही से कट जाए। पति का साथ देने की बात कह रही आसमा, परिजनों के आने पर उसके साथ न रहने की बात बोल रही है।