तस्वीरें बयां करेंगी सच
तस्वीरों में, संगठन में भर्ती किए गए इन लोगों का समूह हथियारों के साथ अभ्यास करता नजर आ रहा है। इसी के साथ-साथ उनको फिटनेस ट्रेनिंग भी दी जा रही है। ट्रेनिंग में शामिल सभी लड़ाकू एक ही तरह के काले रंग के कपड़े पहने नजर आ रहे हैं और इन्होंने अपनी पहचान को छिपाने के लिए मुंह पर गेरुए रंग का कपड़ा बांध रखा है।
ऐसे कर रहे हैं अभ्यास
ऐसे लिबास में ये सभी लड़ाकू हाथों में मशीन गन लेकर मिलेट्री तौर-तरीकों के साथ तैयारी कर रहे हैं। इसी ट्रेनिंग के दौरान ये लड़ाकू जलते हुए मैटल के ऊपर से छलांग लगाने और जमीन पर रेंगने की भी प्रैक्टिस कर रहे हैं। बता दें कि अगर देश में बढ़ रही असुरक्षा की भावना की बात न करें तो मिश्र अब तक का सबसे प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट रहा है।
अब गूंजता है दहशत का सन्नाटा
हर साल करीब 900,000 विदेशी सैलानी यहां घूमने आते थे, लेकिन अब यहां बढ़ रहे आतंक ने इस बात पर भी पानी फेर दिया है। अब यहां दहशत का सन्नाटा गूंजता है। 2015 अक्टूबर में जब यहां रशियन पैसेंजर जेट एयरबस A321 में बम मिलने के खबर की पुष्टि हुई थी, उस समय करीब 224 यात्रियों ने अपनी जान गंवाई थी।
ऐसे फैलाई दहशत
इसके अलावा काहिरा के एक होटल में पिछले महीने दो लोगों ने अटैक किया और बड़ी संख्या में लोगों को घायल किया। 2005 में अल शेख में इस्लामवादियों ने करीब 88 लोगों को मौत की नींद सुला दिया। फिलहाल सरकार की ओर से यहां अभी भी शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
किया गया सावधान
हालांकि विदेश सचिवालय की ओर से इस बात को लेकर सावधान किया गया है कि इन दिनों आतंकवादियों का खेल अपने चरम पर है। ऐसे में सभी को अपनी सुरक्षा के प्रति खुद की सजग रहने की अपील भी की गई है। कहीं से भी कोई भी खतरा देखने पर तुरंत स्टैंड लेने की नसीहत दी गई है।
सूत्रों के अनुसार ये भी बताया गया है कि नील, लक्सर, असवान, अबू सिम्बल और राजाओं की घाटी, ये ऐसी जगहें हैं जहां पूरी तरह से आतंक फैल चुका है।
Courtesy by Mail Online
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