16 साल की उम्र में रचा इतिहास

इंटरनेशनल शूटिंग स्पॉर्ट्स फेडरेशन (ISSF) द्वारा आयोजित वर्ल्ड कप में भारत की मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल (महिला) में गोल्ड जीता है। इस मेडल को मिलाकर देखा जाए तो भारत की झोली में अब तक चार मेडल आ चुके हैं। 16 साल की मनु बहकर हरियाणा के झज्जर की रहने वाली हैं, उन्होंने जीत के लिए 237.5 अर्जित किए थे। मेक्सिको की अलेजांड्रा जवाला वजाक्वेज ने सिल्वर और वहीं की सेलीन गॉबविल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारत की यशविनी सिंह चौथे स्थान पर रहीं।

16 साल की वो मुक्‍केबाज जिसने भारत के लिए शूटिंग में जीता गोल्‍ड,है न गजब

स्केटिंग से शुरु किया था करियर

मनु भाकर को स्पोर्ट्स में शुरुआत से ही दिलचस्पी रही है। आज भारत के लिए शूटिंग में गोल्ड मेडल लाने वाली मनु ने शुरुआती दिनों में स्केटिंग को अपना करियर बनाया था। झज्जर के यूनिवर्सल सीनियर सेकेंड्री स्कूल में पढ़ने वाली मनु ने स्कूल गेम्स में हमेशा हिस्सा लिया। टेनिस से लेकर स्वीमिंग तक हर क्षेत्र में उन्हें महारथ हासिल है। मगर पढ़ाई खत्म होते ही मनु ने स्क्ेटिंग में ध्यान लगाना शुरु किया। वह स्केटिंग में स्टेट लेवल चैंपियन भी रहीं।

फिर शुरु की मुक्केबाजी

मनु का स्केटिंग में अभी करियर ही बना था कि, एक बार फिर उनका ध्यान बॉक्सिंग की तरफ मुड़ गया। मनु बताती हैं कि उन्हें अपने दुश्मनों को मारने का बहुत मन करता था। इसलिए उन्होंने स्केटिंग छोड़ मुक्केबाजी शुरु कर दी। इसके साथ ही वह मणिपुरी मार्शल आर्ट में भी हाथ अजमाती थीं। मनु एक महान मुक्केबाज बनतीं उससे पहले ही उनके साथ एक हादसा हो गया। बॉक्सिंग के दौरान उनकी आंख में चोट आ गई। बाद में मां के कहने पर मनु को बॉक्सिंग छोड़नी पड़ी।

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सिर्फ 2 साल में पूरी की ट्रेनिंग

घर पर बैठी मनु के मन में अभी भी कुछ अलग करने की चाह थी। एक दिन उनके पिता उन्हें शूटिंग रेंज ले गए और मनु के हाथ में पिस्टल देकर निशाना लगाने को कहा। मनु ने कुछ शॉट फॉयर किए और वो सीधा टारगेट पर लगे। बस यहीं से मनु के मन में शूटर बनने का ख्याल आ गया। इसके बाद उन्होंने करीब 2 साल तक ट्रेनिंग ली और आज शूटिंग वर्ल्ड कप में उन्होंने भारत को गोल्ड मेडल दिला दिया।