मगर, इस सबके बीच इमोशनल अत्याचार भी हो रहा है। साथी को भरोसा दिलाकर, कस्में-वादे करके इंटीमेट मूमेंट्स को कैमरे में कैद किया जा रहा है। और फिर उसे एमएमएस और सोशल नेटवर्किन्ग साइट्स के जरिए पब्लिक किया जा रहा है। डिजिटल रेप नहीं तो और क्या है यह? कानपुर की एक और लडक़ी के साथ फिर ऐसा ही हुआ है.

 

ऐसे शुरू हुई ये कहानी

सिटी के रहने वाले हसन ने अपनी बेटी यासमीन की मैरिज 5 अक्टूबर 2008 को सिविल लाइंस निवासी शाहिद (तीनों बदले नाम) के साथ की थी। उसके बाद की कहानी बताते-बताते हसन की आंखें डबडबा जाती हैं। शादी के कुछ दिन ही बीते थे कि शाहिद ने यासमीन को हैरेस करना शुरू कर दिया। वो उसको जबरन नशा कराने लगा.

 

हनीमून पर बनाया था

हसन ने बताया कि जब शाहिद उनकी बेटी के साथ हनीमून पर गया था तब उसने वहां यासमीन को जबरदस्ती शराब पिलाई थी। नशे ही हालत में उसने उसका अश्लील वीडियो बना लिया और फिर लैपटाप में सेव कर लिया.

 

तलाक के बाद

दोनों के बीच रिश्ता बना नहीं। दहेड़ उत्पीडऩ के मुकदमे भी हुए। आखिर तलाक हो गया। इसके बाद शाहिद ने वो अश्लील वीडियो फेसबुक पर अपलोड कर दिया। वो इतने पर ही नहीं रुका। यासमीन के फोटो को कुछ अश्लील फोटो के साथ मिक्स करके उसने नई तस्वीरें तैयार कीं और उन्हें भी अपलोड कर दिया। इसके अलावा एक फेक आईडी बनाकर रिलेटिव्स को ईमेल से ये कॉन्टेंट भेजता रहा.

पता कैसे चला

यासमीन के पिता बताते हैं कि फेसबुक और ईमेल्स पर ये वीडियो और फोटो देखकर रिलेटिव्स ने उन्हें जानकारी दी। जब उससे बात करने की कोशिश की तो उसने सभी को डराना-धमकाना शुरू कर दिया.

शहर से हटाना पड़ा बेटी को

पति की हरकत के बाद यासमीन डिप्रेशन में चली गई। हसन बताते हैं कि यासमीन ने सुसाइड करने की कोशिश भी की। बेटी की हालत बिगड़ती देख पेरेंट्स ने उसे नोएडा के एक हॉस्टल भेज दिया। हसन कहते हैं, मेरी बेटी ने मुझसे फोन पर कहा है कि उसके गुनाहगार को सजा दिलाकर ही दम लेना क्योंकि उसने भरोसे का कत्ल किया है.

 

MMS  से  छेड़छाड़

शाहिद को अरेस्ट कर लिया गया है। उसका लैपटाप और मोबाइल भी जब्त किया गया है। कर्नलगंज सीओ ओंकार सिंह यादव ने बताया कि मोबाइल में मौजूद एमएमएस और फेसबुक पर अपलोड वीडियो में काफी अंतर है। ऐसा लगता है कि इस एमएमएस से बाद में छेड़छाड़ की गई है। ये साइबर क्राइम है इसकी इंवेस्टिगेशन एक्सपर्ट की टीम भी कर रही है.

 

Video नहीं हटवा सकती पुलिस

कर्नलगंज सीओ ओंकार सिंह यादव यह भी कहते हैं कि फिलहाल पेरेंट्स ने नहीं लिखकर नहीं दिया है कि वीडियो को फेसबुक से हटवाया जाए। वैसे भी उसे हटवाने का प्रोसीजर हमें मालूम नहीं है। उस वीडियो को हटाने के लिए संबंधित साइट के संचालन से जुड़े लोग ही कुछ कर सकते हैं.