-जीटीआई में फ‌र्स्ट ईयर की सभी ट्रेडों का दूसरी पाली में था एग्जाम

-फर्जी मैसेज व्हाट्सएप पर वायरल होने से इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन सकते में

<-जीटीआई में फ‌र्स्ट ईयर की सभी ट्रेडों का दूसरी पाली में था एग्जाम

-फर्जी मैसेज व्हाट्सएप पर वायरल होने से इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन सकते में

BAREILLY BAREILLY गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक इंस्टीट्यूट एडमिनिस्ट्रेशन में उस वक्त खलबली मच गई, जब उसे सूचना मिली कि दोपहर दो बजे होने वाला फिजिक्स का पेपर व्हाट्सएप पर वायरल हो गया है। एडमिनिस्ट्रेशन ने लखनऊ स्थित हेड ऑफिस से संपर्क किया, तो पता चला कि वायरल पेपर गलत है। वहीं, हेड ऑफिस ने एडमिनिस्ट्रेशन को पेपर कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद एडमिनिस्ट्रेशन ने एग्जाम कराया।

दूसरी पाली में हुआ एग्जाम

जीटीआई कैंपस में इस वक्त एग्जाम हो रहे हैं। ट्यूजडे को कैंपस में होने वाली सभी ट्रेडों के फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स का एग्जाम था। स्टूडेंट्स दूसरी पाली में फिजिक्स का पेपर देने की तैयारी कर रहे थे। तभी करीब दो घंटे पहले उनके व्हाट्सएप पर सूचना आई कि फिजिक्स का पेपर लीक हो गया है। इसके साथ ही उनके व्हाट्सएप पर पेपर भी आ गया। स्टूडेंट्स ने तत्काल प्रिंसिपल को इससे अवगत कराया। प्रिंसिपल ने लखनऊ स्थित हेड ऑफिस से संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि मंडे नाइट से उन्हें पेपर लीक होने सूचनाएं मिल रही है। जिनका सत्यापन कराया गया, तो पेपर फर्जी पाया गया। इसके बाद हेड ऑफिस ने एडमिनिस्ट्रेशन को निर्देश दिए कि पेपर को पोस्टपोन नहीं किया जाए। निर्धारित डेट शीट के मुताबिक एग्जाम कराए जाएं। हेड ऑफिस से निर्देश मिलने के बाद एडमिनिस्ट्रेशन ने एग्जाम कराया गया।

स्टूडेंट्स ने व्हाट्सएप पर पेपर लीक होने की सूचना दी। जिस पर हेड ऑफिस संपर्क किया गया। अधिकारियों ने मामला संज्ञान में होते हुए पेपर आउट होने की सूचना को नकार दिया। साथ ही स्कीम के मुताबिक एग्जाम कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद एग्जाम कराया गया।

एसके वैश्य, प्रिंसिपल जीटीआई