पटरी के साथ ही रोड तक लगी दुकाने बढ़ाती हैं जाम

ALLAHABAD: जाम में फंस कर घंटों हर कोई बर्बाद कर रहा है। धूल-धुआं फाकनें पर मजबूर हो रहा है। इसका समाधान तो प्रशासन को 2ाोजना है लेकिन थोड़ी जि6मेदारी सड़क और पटरी पर क4जा करने वाले उठा लें तो काफी हद तक राहत मिल सकती है।

फिलहाल नहीं मिलेगी राहत

कुं5ा मेला 2019 की तैयारी को लेकर एमएनएनआईटी रेलवे क्रासिंग और रामबाग रेलवे क्रासिंग के साथ ही हाईकोर्ट रोड पर चल रहा 3लाईओवर निर्माण कार्य माघ मेला के दौरान 5ाी जारी रहेगा।

गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा सीवर लाइन का काम 25 दिसंबर तक ही होगा

फाफामऊ से इलाहाबाद तक रेलवे लाइन दोहरीकरण का कार्य कराए जाने की वजह से सीएमपी डॉट पुल का रास्ता 13 दिसंबर तक बंद रहेगा

14 दिसंबर से 21 दिसंबर तक सोहबतिया बाग डॉट पुल पर होगा काम

22 से 31 दिसंबर तक कुंदन गेस्ट हाउस डॉट पुल पर वर्क होगा

80 फीट की रोड हो गई 40 फीट

सीवर लाइन बिछाने के लिए रोड पर ही 2ाुदाई व रामबाग रेलवे क्रासिंग का रास्ता बंद होने से सबसे अधिक लोड लीडर रोड पर है

कागजों में यह रोड 80 फीट चौड़ी है

दिन में इनक्रोचमेंट की वजह से ट्रैफिक को मूव करने के लिए 40 फिट जगह 5ाी नहीं मिल पाती।

दवा मंडी में आने वाले कार व बाइक रोड पर ही पार्क करते हैं

बाई का बाग से रामबाग होते हुए चंद्रलोक चौराहे तक प्राइवेट वाहनों को 2ाड़ा कर उसे ट्रांसपोर्ट नगर बना दिया गया है

यहां बस-टे6पो के साथ ही अन्य गाडि़यां 2ाड़ी रहती हैं जो जाम बढ़ाती हैं

रोड पर चलती हैं दुकानें

रामबाग चौराहा, कोठापार्चा, बहादुरगंज, चौक, हि6मतगंज की रोड पर ज्यादा इनक्रोचमेंट

आधे से अधिक दुकानें रोड पर ही चलती हैं

पटरी ही नहीं रोड पर 5ाी दुकानदारों ने क4जा कर र2ा है।

यही कहानी जानसेनगंज से लेकर घंटाघर तक की 5ाी है

कौन कितना इनक्रोचमेंट कर सकता है, इसे लेकर दुकानदारों में स्पर्धा होती है

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आज 5ाी इलाहाबाद की आधी से ज्यादा रोड पर दुकानदारों या दबंगों का क4जा है। किसी ने सड़क तक दुकान लगा र2ाी है। तो किसी ने रोड पटरी पर निर्माण करा लिया है।

उज्जवल मिश्रा

ट्रैफिक व्यवस्था की बिगड़ी हालत के लिए प4िलक भी जि6मेदार है, यातायात नियमों का पालन न करना प4िलक की आदत बन चुकी है।

जफर अहमद

सड़क पर जाम के लिए आमजन दोषी हैं 1योंकि हम परस्पर सहयोग की अपेक्षा प्रतिस्पर्धा में व्यस्त हो जाते हैं। ट्रैफिक-नियमों की अवहेलना, सड़कों का अतिक्रमण और प्रशासन की लापरवाही भी एक कारण है।

मंजर आलम

आम दिनों की अपेक्षा वर्तमान में सड़कों से अतिक्रमण हटाने की सबसे अधिक जरूरत है। इनक्रोचमेंट से लोगों को निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा है।

5ानू प्रताप मिश्रा

पुराने शहर की सड़कों से इनक्रोचमेंट हट जाए तो जाम की समस्या अपने आप 2ात्म हो जाए। सिस्टम को दोषी सब ठहराते हैं.पुराने शहर में जाम तो दुकानदारों की वजह से ही लगता है।

सोहित मिश्रा

यातायात नियम का कोई 5ाी पालन नहीं करता है। जहां जिसको जाना है, जल्दबाजी रहती है। दाएं-बाएं जहां जगह मिली बाईक या कार लेकर घुस गए। ट्रैफिक का 1या हाल होगा।

नीरा त्रिपाठी