-अलग से 30 एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों को किया जाएगा तैनात

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: शहरी क्षेत्र में मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। मास्टर प्लान के तहत शहर को चार जोन यानी बागबेड़ा, परसुडीह, साकची व मानगो में बांटा गया है। इन क्षेत्रों में मलेरिया व फाइलेरिया विभाग के अलावा अलग से 30 एमपीडब्ल्यू (मल्टी पर्पस वर्कर) को तैनात किया जाएगा, ताकि घर-घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव करते हुए लोगों को मच्छर जनित बीमारियों के प्रति जागरूक किया जा सके। सिविल सर्जन डॉ। श्याम कुमार झा ने बताया कि मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए विभाग हर संभव कोशिश कर रहा है। अधिक से अधिक कर्मचारियों को मैदान में उतारकर लोगों को जागरूक करने का काम व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है।

स्वास्थ्य शिविर लगा की गई जांच

स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छर जनित व बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शनिवार को स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। दाईगुट्टू स्थित झंडा स्कूल में कुल 127 लोगों की जांच की गई। इसमें 66 में मलेरिया के लक्षण पाए गए। इसके बाद घर-घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव किया गया तथा लोगों को मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के उपाय बताए गए। शिविर का जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल ने निरीक्षण भी किया। वहीं बागबेड़ा में कुल 197 लोगों की जांच की गई। इसमें 37 लोगों में मलेरिया के लक्षण पाए गए। इस अवसर पर भाजपा नेता सुबोध झा सहित अन्य उपस्थित थे।

डेंगू के आठ व एक में जेई की पुष्टि

सर्विलांस विभाग की ओर से जांच को भेजे गए मरीजों के नमूनों की शनिवार को रिपोर्ट आयी, जिसमें आठ मरीजों में डेंगू व एक में जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) की पुष्टि हुई है। बीते शुक्रवार को कुल 22 डेंगू व पांच जेई मरीजों का नमूना जांच को भेजा गया था। सभी पीडि़तों का इलाज एमजीएम, टीएमएच, टिनप्लेट व मेडिका अस्पताल में चल रहा है। यह मरीज सीतारामडेरा, जुगसलाई स्थित मिलत नगर, टिनप्लेट स्थित नीलडीह, गोलमुरी स्थित खालसा बस्ती, आदित्यपुर, मनीफीट स्थित आदर्श नगर, भालुबासा स्थित मुस्लिम बस्ती क्षेत्रों के रहने वाले है। जिले में डेंगू पीडि़तों की संख्या बढ़कर कुल 22 हो गई है। वहीं एक मरीज की मौत हो चुकी है। जापानी इंसेफ्लाइटिस के भी दो मरीज मिल चुके है।