छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज गुरुवार से पूर्ण रूप से कैशलेस हो गया। यह जानकारी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ शुक्ला महंती ने दी। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वीमेंस कॉलेज में एडमिशन व फी भरने के लिए अब किसी भी छात्रा को कतार में नहीं लगना होगा। बच्चियां घर बैठे या फिर किसी भी अन्य जगह से बिना कॉलेज आए एडमिशन ले सकतीं हैं और फी का भुगतान भी कर सकती हैं। साथ ही कॉलेज के कैंटीन व अन्य जगहों पर भी कैशलेस ट्रांजेक्शन के जरिए भुगतान कर सकती हैं या फिर मोबाइल बैंकिंग से काम कर सकतीं हैं। उन्होंने कहा कि एमएचआरडी के हर पोर्टल व वेबसाइट पर आज वूमेंस कॉलेज की छात्राओं का परचम लहरा रहा है। डॉ। माहांती ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने कोलकाता में छात्राओं के लिए पहला स्कूल खुलवाया। उनकी सोच छात्राओं को आगे बढ़ाने की थी। बीएड फ‌र्स्ट इयर की छात्रा प्रिया तिवारी व बीए सेकेंड इयर की छात्रा अंजली गुप्ता ने कैशलेस लेनदेन को लेकर अपने अनुभव बांटे।

विवेकानंद को फॉलो करें

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री रघुवर दास के पुत्र ललित दास ने कहा कि आज युवाओं को स्वामी विवेकानंद के पदचिन्हों पर चलने की आवश्यक्ता है। युवा कैशलेस के पांच पाइंट को अपने जीवन में अपनाएं। साथ ही अन्य लोगों को इसके प्रति जागरूक कर समाज के बदलाव में अपनी भागीदारी सिद्ध करें। कहा कि वीमेंस कॉलेज वित्तीय साक्षरता अभियान में जमशेदपुर के नाम का परचम फहरा रहा है। इसका श्रेय यहां की प्राचार्या, छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं को जाता है। इस मौके पर प्रोफेसर इंचार्ज डॉ। पूर्णिमा कुमार व अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा छात्राएं उपस्थित थीं।