- फरियादी के जहर खाने से सरकार में मचा हड़कंप

- युवक को दून हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, बाद में मैक्स रेफर

- मंत्री को दिया पत्र, कहा जीएसटी ने धंधा बरबाद कर दिया

DEHRADUN : मंत्री के दरबार में अपनी शिकायत लेकर आए एक फरियादी ने जगह खा लिया। फरियादी नैनीताल, काठगोदाम निवासी बताया जा रहा है जो ट्रांसपोर्टर का काम करता है। गंभीर हालत में फरियादी को पहले दून हॉस्पिटल और फिर मैक्स हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया है।

जहर गटका, मंत्री को दिया पत्र

सैटरडे को बीजेपी कार्यालय में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल जनता की शिकायतें सुन रहे थे। मंत्री के जनता दरबार में 45 वर्षीय प्रकाश पांडे काठगोदाम से अपनी शिकायत लेकर आया था। दोपहर ढाई बजे प्रकाश ने जहर गटक लिया। इसके बाद वह मंत्री के पास गया और जहर खाने की बात कहकर उन्हें एक पत्र सौंपा। प्रकाश को गंभीर हालत में एक सरकारी गाड़ी से दून हॉस्पिटल पहुंचाकर आईसीयू में भर्ती कराया गया।

कहा जीएसटी ने बरबाद कर दिया

प्रकाश पांडे ने सिद्धि विनायक ट्रांसपोर्टर के लेटर हेड पर जो पत्र दिया उसमें कहा गया है कि उसका ट्रांसपोर्ट का काम है। उसने कुछ ट्रक और डंपर लोन पर लिये हैं। नोटबंदी और जीएसटी के बाद उसका काम मंदा हो गया है और वह बैंक की किश्त भी नहीं दे पा रहा है। उसने लिखा है कि मेरा कारोबार 1 करोड़ तक का था, लेकिन पिछले 5-6 महीनों में मेरे खाते में एक भी ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है।

मैक्स हॉस्पिटल किया रेफर

मंत्री के दरबार में फरियादी के जहर खाने से सरकार में हड़कंप मच गया। सीएम ऑफिस ने तुरन्त हस्तक्षेप किया और दून हॉस्पिटल से जानकारी मांगी गई तो पता चला कि उसका बीपी लगातार गिर रहा है और सांस लेने में परेशानी हो रही है। इसके बाद सीएम कार्यालय के आदेश पर उसे दून हॉस्पिटल से मैक्स रेफर कर दिया गया।

हालत में सुधार नहीं

प्रकाश पांडे का जब दून हॉस्पिटल लाया गया, उस समय वह बातचीत कर रहा था। उसने मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दिया। हॉस्पिटल के एमएस डॉ। केके टम्टा ने बताया कि बाद में उसका बीपी डाउन होने लगा था और सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। इसके बाद उन्हें मैक्स हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।

मंत्री ने कहा राजनीतिक दुराग्रह

मंत्री सुबोध उनियाल ने युवक द्वारा जहर खाने के मामले में राजनीतिक दुराग्रह बताया है। उन्होंने कहा कि यह पूरा घटनाक्रम किसी राजनीति के तहत करवाया गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल उनकी प्राथमिकता युवक को बेहतर उपचार दिलाना है।