महागठबंधन की जीत के बाद मुुख्यमंत्री का दूसरा जनता दरबार था। खासियत ये कि पहली बार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दरबार में आए थे। जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या आप भी अलग से जनता दरबार लगाएंगे तो कहा कि अलग से दरबार लगाने का कोई मतलब नहीं है। हमलोग तो घर पर भी लोगों की शिकायतें सुनते हैं। डिप्टी सीएम ने कुछ घंटे बाद फेसबुक पर लिखा कि हमारा घर सातों दिन, बारहों मास गरीबों के लिए खुला रहता है.
आगे की कार्रवाई का पता नहीं
दरबार में आधी आबादी का ऐसा-ऐसा दर्द सामने आया जिससे ये साफ दिखता रहा कि व्यवस्था की मनमानी किस तरह चरम पर है। अख्तरी बेगम ने शिकायत की कि दो सालों से वह सीतामढ़ी के तालिमी मरकज में काम कर रही थी, लेकिन उसे हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि नियम के खिलाफ काम किया गया है। एकंगसराय, नालंदा की संजू कुमारी ने शिकायत की कि दो साल पहले उन्होंने ड्रेसर पद के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था लेकिन अभी तक आगे की कार्रवाई का कोई अता-पता नहीं है.
पांच साल से बिना वेतन के काम
मुजफ्फरपुर के ब्रह्मïपुरा में अख्तरी बानो को पांच साल से वेतन नहीं मिला। वह वहीं मदरसा में पढ़ा रही है। बताया कि पांच साल से बिना वेतन के वह परिवार कैसे चला रही है वह वही जानती है। वंदन प्रकाश ने शिकायत की कि उसके पिता पीएमसीएच में कार्यरत थे। 96 में पिता का निधन हो गया। उस वक्त वह छोटी थी। अब उसकी मांग है कि अनुकंपा पर पिता की जगह नौकरी दी जाए.कस्तूरबा गांधी विद्यालय बरहरा में प्रभारी वार्डेन के रूप में काम कर रही आशा कुमारी को 18-01-16 को बिना नोटिस के बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह नियम का उल्लंघन है। उनकी बर्खास्तगी वापस की जाए.
महागठबंधन की जीत के बाद मुुख्यमंत्री का दूसरा जनता दरबार था। खासियत ये कि पहली बार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दरबार में आए थे। जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या आप भी अलग से जनता दरबार लगाएंगे तो कहा कि अलग से दरबार लगाने का कोई मतलब नहीं है। हमलोग तो घर पर भी लोगों की शिकायतें सुनते हैं। डिप्टी सीएम ने कुछ घंटे बाद फेसबुक पर लिखा कि हमारा घर सातों दिन, बारहों मास गरीबों के लिए खुला रहता है।
दरबार में आधी आबादी का ऐसा-ऐसा दर्द सामने आया जिससे ये साफ दिखता रहा कि व्यवस्था की मनमानी किस तरह चरम पर है। अख्तरी बेगम ने शिकायत की कि दो सालों से वह सीतामढ़ी के तालिमी मरकज में काम कर रही थी, लेकिन उसे हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि नियम के खिलाफ काम किया गया है। एकंगसराय, नालंदा की संजू कुमारी ने शिकायत की कि दो साल पहले उन्होंने ड्रेसर पद के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था लेकिन अभी तक आगे की कार्रवाई का कोई अता-पता नहीं है।
मुजफ्फरपुर के ब्रह्मïपुरा में अख्तरी बानो को पांच साल से वेतन नहीं मिला। वह वहीं मदरसा में पढ़ा रही है। बताया कि पांच साल से बिना वेतन के वह परिवार कैसे चला रही है वह वही जानती है। वंदन प्रकाश ने शिकायत की कि उसके पिता पीएमसीएच में कार्यरत थे। 96 में पिता का निधन हो गया। उस वक्त वह छोटी थी। अब उसकी मांग है कि अनुकंपा पर पिता की जगह नौकरी दी जाए.कस्तूरबा गांधी विद्यालय बरहरा में प्रभारी वार्डेन के रूप में काम कर रही आशा कुमारी को 18-01-16 को बिना नोटिस के बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह नियम का उल्लंघन है। उनकी बर्खास्तगी वापस की जाए।
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