BAREILLY: लास्ट ईयर जेई (जापानी इन्सेफेलाइटिस)के 7 संदिग्ध पेशेंट मिलने से बरेली संवेदनशील जोन में शामिल हो गया है। जिसको मात देने के लिए शासन ने 17 विभागों की फौज को जिम्मेदारी सौंपी है। विभागों को उनके दायित्व बताकर जेई, एईएस 'एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम' की नब्ज को मिटाने के आदेश दिए हैं। आदेश मिलने के साथ ही, जिले में जेई और एईएस को मिटाने के लिए युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

 

महामारी फैलने की संभावना

जिले में जेई और एईएस से निपटने के लिए डिस्ट्रिक्ट मलेरिया ऑफिसर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। 17 अन्य विभागों को अभियान में शामिल किया गया है। 18 बिन्दुओं के तहत गांव को पूरी तरह साफ करने के आदेश दिए हैं। इसमें शौचालय निर्माण समेत साफ-सफाई रखने, जलाशयों को साफ रखने, तालाबों से खरपतवार व अन्य कूड़ा न फेंकने, संवेदनशीन गांवों को प्राथमिक स्तर पर संवारने, वाटर शील्ड शौचालयों को बनवाने, हैंडपंप के पास जलभराव न होने, कंकरीट और पक्की ईट से सड़क का निर्माण कराने के प्रति ग्रामीणों को अवेयर कराने के आदेश दिए हैं। कहा है कि गांव में करीब 70 परसेंट आबादी निवास करती है। ऐसे में अगर वहां कोई पीडि़त हुआ तो बड़े स्तर पर महामारी फैलने की संभावना रहेगी।

 

बैक्टीरियल जांच के आदेश

नगर विकास विभाग ने नगर निगम समेत निकायों को अपने क्षेत्र में लगाए गए हैंडपंप, ओवरहेड टैंक के पानी की बैक्टीरियल व वॉयरोलॉजिकल जांच कराने के आदेश दिए हैं। हैंडपंप के पास सोक पिट का निर्माण कराने, सड़कों के किनारे झाडि़यों को साफ कराने, संवेदनशील मलिन बस्तियों में जलभराव को न होने देने, सड़कों के पेवमेंट का निर्माण कराने, जांच में क्रिटिकल पाए गए हैंडपंप को लाल निशान लगाने, नियमित कीटनाशक फॉगिंग व स्प्रे कराने के आदेश दिए हैं। कहा है कि नगर निगम लास्ट इयर संदिग्ध केस जहां मिले थे, वहां प्राथमिक स्तर पर कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। ताकि सब सुरक्षित रहें।

 

प्रेयर में स्टूडेंट्स होंगे जागरूक

शिक्षा विभाग ने स्कूलों को सुबह मॉर्निग प्रेयर में स्वास्थ्य के प्रति स्टूडेंट्स को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पेरेंट्स मीटिंग बुलाने, जेई व एएसई के प्रति लेक्चर अटेंड कराने, सामयिक गोष्ठी कराने, बाद विवाद प्रतियोगिता, कला प्रतियोगिता, रैली आयोजित कराने के आदेश दिए हैं। दिव्यांग बच्चों के लिए अलग से अवेयरनेस प्रोग्राम ऑर्गनाइज कराने, समाज कल्याण विभाग की सहायता से तकनीकी प्रशिक्षण दिलाने और प्रतियोगिता आयोजित कराने को कहा है। साथ ही, कहा है कि यदि किसी स्कूल का स्टूडेंट जेई या एईएस से पीडि़त पाया गया तो संबंधित स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

 

7 दिन में 48 बस्तियों में फॉगिंग

नगर निगम ने शासनादेश मिलते ही मलिन बस्तियों में कीटनाशक के स्प्रे और फॉगिंग का रोस्टर जारी किया है। एक दिन में 8 मलिन बस्तियों में स्प्रे किया जाएगा। साथ ही, निवासियों को अवेयर किया जाएगा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अशोक कुमार ने बताया कि 16 अप्रैल तक अभियान चलेगा। अभियान में कोई बाधा न आए इसके लिए स्थानीय सफाईकर्मियों और सफाई नायकों की मदद ली जाएगी। नगर आयुक्त ने जलभराव के स्थानों पर चूना डालने के आदेश दिए हैं।



 

 

जेई के लक्षण

-अचानक तेज बुखार आना

-तेज सिरदर्द

-शरीर का अकड़ना

-आधी/पूरी बेहोशी

-शरीर के झटके लगना

-मतली व उलटी होना


 

बचाव के उपाय

-मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी और पूरी आस्तीन के कपड़े पहने

-स्कूल गोइंग बच्चों को जूते और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाएं

-घरों के आसपास जलभराव न होने दे

-रात में शरीर पर मॉस्कीटो रिपेलेन्ट क्रीम, सरसों का तेल लगाकर सोएं

-मच्छरों को भगाने के लिए नीम की पत्तियों का धुआं करें

-जलभराव होने पर जला मोबिल, मिट्टी की तेल की कुछ बूंदे डाल दें

 

शासनादेश के तहत गांवों में फॉगिंग व स्प्रे कराने के आदेश ग्राम प्रधानों को दिए हैं। सचिव, ग्राम पंचायत अधिकारी, स्वच्छकार व सफाईकर्मियों को ग्रामीणों को जागरूक करने के आदेश दिए हैं।

विनय कुमार सिंह, डीपीआरओ

 

नगर निगम ने पिछले माह से ही फॉगिंग व स्प्रे अभियान शुरू कर दिया है। जल्द ही नगर स्वास्थ्य अधिकारी और मलेरिया विभाग मिलकर चेकिंग अभियान चलाएंगे।

राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त