- आईआईटी मद्रास ने वेबसाइट पर जारी एग्जाम से जुड़ी जानकारियां

- फॉरेन कैंडिडेट्स के लिए इस बार होंगी एक्स्ट्रा सीटें

GORAKHPUR: जेईई एडवांस एग्जाम में इस बार कैंडिडेट्स को मॉइश्च्राइजर या क्रीम लगाकर आना भी भारी पड़ सकता है। एग्जाम के दौरान डिजिटल अटेंडेंस के लिए कैंडिडेट्स के फिंगर प्रिंट लिए जाने को लेकर आईआईटी मद्रास ने एग्जाम में किसी प्रकार का क्रीम या लोशन लगाकर न आने की हिदायत दी है।

ताकि हाजिरी में न आए दिक्कत

देशभर में 22 आईआईटी, आईएसएम धनबाद और चुनिंदा रिसर्च इंस्टिट्यूशंस की सीट्स पर जेईई एडवांस एग्जाम क्वालिफाई करने वाले कैंडिडेट्स को एडमिशन मिलेगा। एग्जाम 21 मई 2017 को ऑनर्गेनाइज किया जाएगा। इसका जिम्मा संभाल रहे आईआटी मद्रास ने एग्जाम से जुड़ी जानकारियां और कैंडिडेट्स के मार्गदर्शन के लिए सवाल जवाब वेबसाइट पर अपलोड किए हैं। इसी के तहत कैंडिडेट्स के लिए कुछ गाइड लाइंस भी रखी गई हैं। जेईई एडवांस के दौरान कैंडिडेट्स के जो फिंगर प्रिंट लिए जाएंगे उनका मिलान काउंसलिंग के दौरान किया जाएगा। ऐसे में आईआईटी मद्रास ने कैंडिडेट्स को सलाह दी है कि वह हाथों पर किसी भी प्रकार की क्रीम या लोशन न लगाएं। न्यू लाइट कोचिंग क्लासेज के डायरेक्टर डॉ। अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि फिंगर प्रिंट मशीन पर यदि क्रीम आदि वाले हाथों के निशान लिए गए तो मशीन ठीक से काम नहीं करेगी। जिस कारण अटेंडेंस लेने में परेशानी आ सकती है। इसी को देखते हुए कैंडिडेट्स को यह हिदायत दी गई है। ताकि कोई परेशानी न हो।

28 अप्रैल से शुरू होंगे आवेदन

जेईई एडवांस का रजिस्ट्रेशन 28 अप्रैल से 2 मई तक होगा। 12वीं पास स्टूडेंट्स को 12वीं की मार्कशीट आवेदन के वक्त अपलोड करनी होगी। ओबीसी कैटेगरी कैंडिडेट्स को एक अप्रैल 2017 के बाद के डॉक्यूमेंट्स निर्धारित प्रारूप में अपलोड करने होंगे। एग्जाम इस बार भी एक ही भाषा में कंडक्ट होगा। कैंडिडेट्स चालान के साथ ही ऑनलाइन मोड में फीस जमा कर सकेंगे। वहीं, आईआईटी मद्रास की ओर से जारी किए गए इंफॉर्मेशन ब्राउशर में सीटों को लेकर भी स्थिति स्पष्ट कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक इस बार आईआईटी संस्थानों में विदेशी स्टूडेंट्स के लिए एक्स्ट्रा सीटें होंगी। इन्हीं सीटों पर एडवांस की बाधा पार करने वाले फॉरेन कैंडिडेट्स को एडमिशन दिया जाएगा।

वर्जन

जेईई एडवांस एग्जाम में डिजिटल अटेंडेंस ली जाएगी। ऐसे में हाथों पर कोई भी चीज लगाने से मशीन फिंगर प्रिंट एक्सेप्ट नहीं केरगी। किसी प्रकार की तकनीकी परेशानी न आए, इसी को देखते हुए आईआईटी मद्रास ने पहले ही कैंडिडेट्स को इसे लेकर आगाह किया है।

- डॉ। राहुल राय, डायरेक्टर, लिटिल स्टार एकेडमी