- पैन की अनिवार्यता से दिखेंगे कई निगेविट असर

- मेक इन इंडिया पर भी पड़ेगा इसका बड़ा असर

PATNA: एक लाख के ऊपर की लेन-देन में पैन कार्ड की अनिवार्यता, सोने की खरीददारी पर भी उसर डाल सकता है, क्योंकि अक्षय तृतीया को लेकर लोग सोने की खूब खरीदारी करते हैं। ये बातें पाटलिपुत्रा सर्राफा संघ के प्रेसिडेंट विनोद कुमार ने कहीं। हालांकि उन्होंने बताया कि संघ की ओर से पीएम, फाइनांस मिनिस्टर और एमपी रामपकृपाल यादव को पत्र लिखा गया है।

क्ब् लाख लोग पैन का करते हैं यूज

पैन कार्ड की अनिवार्यता के मामले में पीएम को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि अब एक लाख के ऊपर लेन-देन पर पैन कार्ड की अनिवार्यता से निगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है। संघ ने कहा है कि देश में क्ब् करोड़ लोगों के पास ही पैन कार्ड है। ऐसे में 90 परसेंट लोग कैसे सोने की खरीददारी करेंगे, जिनके पास पैन नहीं है उनसे फॉर्म म्0 या म्क् भरवाने से हो सकता है कि ग्राहक अपना आईडी प्रूफ गलत बताए, ऐसे में तो ज्वेलर्स ही जिम्मेवार होंगे।

नोट चेक करने में होती है परेशानी

संघ ने कहा है कि जब हम असली और नकली नोट की जांच में ही परेशान रहते हैं, तो बाकी बातों की जवाबदेही कैसे निभाएं। उन्होंने कहा है कि इससे कच्चे सोने का कारोबार ज्यादा होगा और फिर भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा।

परंपरा को धक्का लगेगा

संघ ने ये भी कहा है कि भारतीय नारी वषरें से जेवर संचय करती रही है, जो कठिन समय में उनके काम आता है। नियम बन जाने से स्त्री धन पर रोक लग जाएगी और इससे मेक इन इंडिया पर भी बड़ा असर पड़ेगा।