आगरा। दुर्गा एनक्लेव बल्केश्वर निवासी चांदी कारोबारी की हत्या में करीबी का हाथ उजागर हुआ। इससे आई नेक्स्ट-दैनिक जागरण द्वारा पड़ताल सच साबित हुई। हत्या उनके भाई ने कराई थी। चार करोड़ रुपये के कर्ज में डूबे भाई ने इससे उबरने लिए चांदी कारोबारी को मौत के घाट उतरवाया। शूटरों को इसके लिए पांच लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। मंगलवार को भाई समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर एसएसपी डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने पुलिसलाइन में हत्याकांड का खुलासा किया।

हरीश उर्फ सोनू ने कराई हत्या

चांदी कारोबारी रामकुमार अग्रवाल को रविवार रात गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया था। मंगलवार को दैनिक-जागरण आई नेक्स्ट ने अपने अंक में ' 'राम' की हत्या में 'विभीषण' का हाथ!' से खबर प्रकाशित कर किसी करीबी का हत्याकांड में हाथ होने की आशंका जताई थी। पुलिस ने खुलासा कर बताया कि हत्या उसके ही छोटे भाई हरीश उर्फ सोनू ने कराई। हरीश पर चार करोड़ रुपये का कर्ज था। हरीश की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयोग किए गए हथियार, बाइक और एक लाख रुपये का कैश बरामद किया है।

नहीं करने दी पुलिस में शिकायत

एसएसपी डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि छह महीने पहले भी हरीश उर्फ सोनू ने कल्लू गुप्ता के माध्यम से सुपारी देकर चांदी कारोबारी राम कुमार अग्रवाल पर हमला करवाया था। हमला जानलेवा था। इसमें कारोबारी को 14 टांके सिर में आए थे। तब इन लोगों ने मृतक रामकुमार को पुलिस में कंप्लेन नहीं करने दी। कारोबारी से कहा कि रिपोर्ट करोगे तो बदमाशों से दुश्मनी हो जाएगी। अगर तभी कारोबारी ने पुलिस में शिकायत की होती, तो आरोपी पुलिस गिरफ्त में होते। एसएसपी ने बताया कि घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज के अलावा सभी परिजनों से पूछताछ की। पूर्व में हुए हमले के बारे में जानकारी ली, यह भी जाना वे कौन लोग थे। जिन्होंने हमले बाद शिकायत नहीं करने दी। इसमें पूछताछ की तो घटना की परतें खुलती चली गई।

सुपारी की रकम लेने आए शूटर दबोचे

एसएसपी ने बताया कि चांदी कारोबारी रामकुमार अग्रवाल को गोली मारने के बाद अभियुक्त रिंकू उर्फ जितेन्द्र उर्फ शहंशाह, सोनू ठाकुर व प्रभात पल्सर बाइक से फीरोजाबाद की ओर भाग गए। इसके अलावा मुरारी, बंटू और मिथुन वैगनआर कार से शिकोहाबाद चले गए। इसके बाद षड़यंत्रकारी भूरा यादव व कल्लू गुप्ता कारोबारी के घर सहानुभूति जताने पहुंचे। जिससे उन पर कोई शक नहीं करे। आरोपी गोली मारने के बाद कारोबारी को अमरदीप हॉस्पिटल ले गए, उसके बाद रेनबो, जीजी नर्सिग होम ले गए। इस बाद भी पुलिस को घटना की जानकारी देने में देरी की गई। मंगलवार को सुपारी की शेष रकम लेने आए शूटर कल्लू गुप्ता व अन्य को पुलिस ने दबोच लिया।

सहयोग के लिए लोगों का धन्यवाद

एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी सुशील घुले और एएसपी अनुराग वत्स के निर्देशन में क्रिमिनल इटेलीजेंस टीम, सर्विलांस टीम, न्यू आगरा पुलिस के अलावा पांच टीमों को खुलासे के लिए लगाया गया था। टीम में रघुराज सिंह थाना न्यू आगरा प्रभारी, योगेश सिरोही, आशीष कुमार, शैलेन्द्र सिंह, महेश पाठक, मुन्नालाल, राजेश आदि शामिल रहे। एसएसपी ने बताया कि घटना के खुलासे में क्षेत्र के आम लोगों का बहुत सहयोग रहा है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से उनको धन्यवाद ज्ञापित किया। एसएसपी का कहना था कि किसी भी घटना में आम पब्लिक सहयोग करे, तो अपराध को होने से पहले ही रोका जा सकता है। इस दौरान प्रेसवार्ता में एसपी सिटी सुशील घुले, एएसपी अनुराग वत्स, समेत सभी अधिकारी मौजूद रहे।