-एक लाख से अधिक की खरीद पर पैनकार्ड की अनिवार्यता के खिलाफ शुक्रवार को बंद रखे प्रतिष्ठान

-करोड़ों के व्यापार का नुकसान, काला सोना खरीदने वाले हैं ज्यादा परेशान

ALLAHABAD: ये तो सच है कि पैन कार्ड अनिवार्यता लागू होने के बाद आम आदमी की सोने की खरीदारी थोड़ी मुश्किल होगी। उसे पैनकार्ड कैरी करना पड़ेगा। पूरा पैसा एक नंबर में भुगतान करना पड़ेगा। इससे व्यापारियों पर भी बोझ बढ़ना तय है। उन्हें हर किसी को ओरिजिनल पर्ची देनी होगी। यानी सोने के साथ सर्विस टैक्स में हेराफेरी की कोई संभावना नहीं रहेगी। गलाया हुआ सोना बेचना मुश्किल हो जाएगा। डाटा मेंटेन करने के लिए एक आदमी रखने का बोझ बढ़ेगा, सो अलग। इस पूरी कहानी का एक पहलू और है। वह यह कि काला सोना खरीदने और बेचने वालों की दुकान बंद हो जाएगी। यह वे कारोबारी हैं जिनका पूरा धंधा बिना किसी लिखा-पढ़ी के चलता है।

रोजाना गलाया जाता है सोना

एक ओर ऐसे सर्राफा व्यापारी हैं जो सोने का एक नंबर का बिजनेस करते हैं। वे अपने यहां होने वाली हर खरीद की पर्ची देते हैं। ज्वैलरी पर भी हालमार्क होता है। यानी यहां से परचेज की जाने वाली ज्वैलरी का पूरा रिकॉर्ड गवर्नमेंट के पास पहुंचता है और आप निश्चिंत होते हैं कि इसमें कोई शिकायत आई तो आप दुकानदार के खिलाफ एक्शन ले सकते हैं। उपभोक्ता फोरम जा सकते हैं। दूसरी ओर कुछ ऐसे भी हैं जो चोरी या दो नंबर का सोना खरीदकर बेचते हैं। अगर नियम लागू हो गया तो इन्हें भी हर खरीद का डाटा मेंटेन करना होगा। बेचने का डाटा अलग रखना होगा। सोना आया कहां से? इसके बारे में गवर्नमेंट उनसे पूछ सकती है। सर्विस टैक्स अदा करना होगा। सोने की शुद्धता बतानी होगी। यानी छिनैती-लूट और चोरी से आने वाले माल को गलाना मुश्किल हो जाएगा। शायद गवर्नमेंट इसके जरिए इस तरह के क्राइम को भी कंट्रोल करना चाहती है।

बंद कराई दुकानें, सौंपा गया ज्ञापन

प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन के आहवान पर इलाहाबाद में भी शुक्रवार को एक दिनी हड़ताल रखी गई। प्रयाग सर्राफा मंडल की अगुवाई में व्यापारियों ने डीएम भवनाथ सिंह को वित्त मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें एक लाख से अधिक की खरीद पर पैन कार्ड की अनिवार्यता का नियम लागू होने के बाद सोने-चांदी का व्यापार प्रभावित होने की बात कही गई है। व्यापारियों का कहना था कि इस नियम को वह मानने को तैयार नहीं है। हालांकि, बंदी के दौरान शहर के कुछ प्रतिष्ठान खुले रहे जिसे संगठन के लोगों ने घूम-घूमकर बंद कराया। क्षेत्रीय सांसद को भी व्यापारियों ने इस संबंध में ज्ञापन सौंपा।

नियम लागू होने से व्यापारियों से ज्यादा पब्लिक को नुकसान है। ग्रामीण जनता के पास अभी भी पैन कार्ड मौजूद नहीं है जिससे वह साोने-चांदी की खरीदारी नहीं कर पाएंगे। नियम के विरोध में बंदी सफल रही। अगर शहर में कोई सोना का अवैध व्यापार कर रहा है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कुलदीप सोनी, प्रयाग सर्राफा मंडल