RANCHI : राज्य में अबतक ढाई सौ आबादी वाले गांवों को रोड नेटवर्क से जोड़ा जा रहा था। केंद्र के निर्देश पर अब एक सौ की आबादी वाले गांवों में सड़कें बनाई जायेंगी। ख्0क्9 तक लगभग दस हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण कर यह लक्ष्य हासिल करने की तैयारी है।

पीडब्ल्यूडी का फार्मूला होगा लागू

ग्रामीण सड़कें भी अब पीडब्लूडी के फार्मूले पर बनेंगी। इसके तहत बिटुमिन और चिप्स की परत अब ख्0 एमएम की जगह अब भ्0 एमएम की चढ़ाई जायेगी। यह व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में हॉटमिक्स प्लांट की अनुपलब्धता को देखते हुए की जा रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के प्रथम एवं दूसरे चरण में कई राज्यों में अपनाई गई इस तकनीक की सफलता को देखते हुए आरइओ ने इस दिशा में कदम बढ़ाने का निर्णय लिया है।

सड़कों पर क्फ्80 रुपए होंगे खर्च

विभाग ने इसी कड़ी में गांवों को प्रखंड मुख्यालयों से जोड़ने के बाबत चालू वित्तीय में ख्800 किलोमीटर लंबी 879 सड़कों के निर्माण की न सिर्फ कार्ययोजना तैयार की है, बल्कि स्वीकृति के लिए इसे केंद्र सरकार को भी भेज दिया है। इन सड़कों के बीच भ्भ् छोटे-बड़े पुलों का निर्माण भी प्रस्तावित है। सड़कों और पुलों के निर्माण की इस योजना पर लगभग क्,फ्80 करोड़ रुपये खर्च होंगे।