RANCHI : राज्य सरकार एक करोड़ रुपए से ज्यादा टर्न ओवर करने वाले स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ऑफिस के लिए भवन उपलब्ध कराएगी। शुक्रवार को गुमला के परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में मुखिया, पंचायत सचिवालय सेवकों एवं स्वयं सहायता समूह के दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडलीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री कहा कि एसएचजी को मिलने वाली 50 हजार रुपए की लोन सीमा को बढ़ाकर एक लाख कर दिया गया है। इस बाबत संबंधित बैंकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि गांवों में प्रत्येक माह होगी ग्रामसभा, जिसमें विकास योजनाओं का खाका तैयार होगा।

हाड़ी-दारू से रहें दूर

केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि एवं वनोत्पादों को बढ़ावा देकर ही राज्य को आर्थिक तरक्की के राह पर आगे ले जाया जा सकता है। मौके वर स्पीकर डॉ दिनेश उरांव ने कहा कि हांड़ी दारू विकास में बाधक है। इसके प्रति लोगों को अवेयर करने के लिए एसएचजी को हर गांव में जागरूकता अभियान चलाना चाहिये। समारोह में ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, विधायक शिवशंकर उरांव, विधायक विमला प्रधान, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा मौजूद थे।

हर कमिश्नरी में हेल्पलाइन नंबर

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार के लिए यहां से युवाओं के होने वाले पलायन को रोकने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। राज्य में ज्यादा से ज्यादा रोजगार के मौके पैदा करने के लिए सरकार ने कई कंपनियों से एमओयू किए हैं। युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पलायन रोकने के लिए हर कमिश्नरी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे।

शहीद के परिजनों को चेक

सम्मेलन मे मुख्यमंत्री ने उड़ी आतंकी हमले में शहीद सेना के जवान नयमन कुजूर और जाबरा मुंडा के आश्रितों को दस-दस लाख रुपए के चेक सौंपे। इस मौके पर उन्होंने चैनपुर-कुरूमगढ़-बारीडीह रोड का नाम नयमन कुजूर पथ के नाम से किए जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि 35 किमी लंबी इस सड़क का डीपीआर तैयार करने के लिए डीसी को निर्देश दिया गया है।