RANCHI : झारखंड में यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में यूनिवर्सिटी सर्विस कमीशन के जरिए शिक्षकों की बहाली होगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में आयोग का जल्द गठन किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने म्क् नए डिग्री कॉलेज तथा फ्9 नए पॉलिटेकनिक कॉलेज का मॉडल डिजाइन एवं मॉडल एस्टीमेट बनाकर निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। इसके अलावा शिक्षण संस्थानों में वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए। पुराने कॉलेजों में किए जा रहे रिपेयरिंग कायरें के निरीक्षण के लिए टीम भी गठित की जा रही है। इस बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे व आरकेश्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार एवं मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल मौजूद थे।

इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेजों की बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा होते ही शिक्षण कार्य सुचारू रूप शुरू कर दिए जाएं। इसके लिए विभिन्न पदों पर नियुक्ति के साथ-साथ बिजली, पानी, बेंच-कुर्सी एवं रख-रखाव की सारी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि ख्0क्7 में 7 तथा ख्0क्8 में क्ख् नए कॉलेजों में हर हाल में शिक्षण कार्य प्रारम्भ हो और ख्0क्9 तक भ्0 कॉलेजों को चालू करने का टारगेट रखें.इसके लिए एडवांस प्लानिंग करते हुए निर्माण सहित सभी कायरें की निश्चित समय-सीमा तय की जाए।

ड्रॉपआउट बच्चों के लिए बने अलग सेल

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल-कॉलेज से ड्रॉपआउट बच्चों तथा राज्य से बाहर काम कर रहे कामगारों के लिए एक अलग सेल बनाने की बात कही। सेल के संचालन का जिम्मा एक्सप‌र्ट्स को सौंपा जाए। सेल के गठन से लोगों को रोजगार भी मिलेगा एवं समय पर रख-रखाव भी हो सकेगा। इतना ही नहीं, जो व्यक्ति जिस क्षेत्र के होंगे, उन्हें उसी क्षेत्र के कॉलेज और हॉस्पिटल समेत अन्य संस्थाओं के संचालन का जिम्मा दिया जाए।

ख्008 के बाद शिक्षकों की बहाली नहीं

राज्य में पिछले आठ सालों से यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की बहाली नहीं हु्ई है। साल ख्008 में अंतिम बार यहां लगभग 800 पदों पर बहाली हुई थी। रांची यूनिवर्सिटी, विनोबा भावे यूनिवर्सिटी हजारीबाग, सिदो-कान्हू यूनिवर्सिटी दुमका, कोल्हान यूनिवर्सिटी चाईबासा और नीलांबर-पीतांबर यूनिवर्सिटी पलामू में शिक्षकों के हजारों पद खाली होने शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।