RANCHI : डीजीपी डीके पांडेय ने कहा कि झारखंड से नक्सलवाद को खत्म कर देंगे। 2017 में झारखंड जगुआर ने नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प लिया है। रविवार को टेंडर ग्राम स्थित झारखंड जगुआर के नौंवें स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने कहा की एसटीएफ के कमांडों को अपने हौसलों को इतना बुलंद करना है कि उनके बूटों की आवाज से जंगल थर्रा उठे। झारखंड जगुआर दुश्मनों को अपना लोहा मनवा चुका है। यह साफ दिखाई दे रहा है। इनके भय से या तो उग्रवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं या फिर मारे जा रहे हैं।

दी जाएंगी कई सुविधाएं

डीजीपी ने जगुआर के जवानों की हौसला आफजाई करते हुए कहा की जगुआर वह बल है, जो पत्थर को चिरकर रास्ता बना लेता है। उन्होंने स्थापना दिवस पर जगुआर के जवानों को बधाई देते हुए कहा कि पुलिस मुख्यालय झारखंड जगुआर को और सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुविधाएं मुहैया कराएगा। झारखंड जगुआर में रिक्त पदों को 31 मार्च तक भरा जाएगा। साथ ही शीघ्र ही डॉग स्क्वाइड का गठन किया जाएगा एवं जवानों के रहने के लिए भवन का निर्माण कराया जाएगा, ताकि वे आनेवाली प्रचंड गर्मी से बच सके।

जवानों ने किया मॉक ड्रिल

स्थापना दिवस पर एसटीएफ के कमांडों ने मॉक ड्रिल कर दिखाया कि कैसे हम उग्रवादियों को ईट का जवाब पत्थर से देते हैं। इससे पूर्व मुख्य अतिथि समेत एसटीएफ आइजी, आइजी अभियान, एसटीएफ डीआइजी, एसटीएफ एसपी रांची समेत डीआइजी रांची एवं जेजे के अधिकारियों एवं जवानों ने शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि दी।

सम्मानित किए गए जवान

कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक जेजे आरके धान ने जगुआर की उपलब्धियों को रखा एवं आने वाले समय में जगुआर के दायित्वों को भी बताया। कार्यक्त्रम में अपनी शौर्य का परिचय देने वालों जवानो को प्रशस्ति पत्र भी दिया गया। कार्यक्रम में रेजी डुंगडुंग, आशीष वत्रा, उपेंद्र कुमार एवं साकेत कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में जेजे के अधिकारी उपस्थित थे।