-जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर उठापटक हुई तेज

-विपक्ष ने किया पूर्ण बहुमत का दावा, सीमा प्रधान ने की बैठक

मेरठ: लखनऊ से पदाधिकारियों की वापसी के बाद विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान की कुर्सी को लेकर रस्साकसी तेज हो गई है। सोमवार को भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य कलक्ट्रेट में जुटे तो वहीं सीमा प्रधान ने अपने खेमे के साथ निवास पर बैठक की।

दो दिन टल गया

सूबे में भाजपा की सरकार बनते ही मेरठ में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा के दावेदारों ने नजर गड़ा दी। विपक्ष में बैठे जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह ने एक बार फिर पिछले दिनों होली मिलन समारोह के नाम पर जिला पंचायत सदस्यों को एकजुट किया। जोड़तोड़ में कामयाबी का दावा कर रहे कुलविंदर के इस समारोह में सपा के पूर्व कबीना मंत्री शाहिद मंजूर के पुत्र और जिला पंचायत सदस्य नवाजिश शाहिद के पहुंचने से सियासत गर्मा दिया। मंगलवार को कुलविंदर, जिला पंचायत सदस्यों को साथ लेकर डीएम बी। चंद्रकला के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले थे किंतु भाजपा नेताओं के लखनऊ में होने के चलते इस प्रोग्राम को दो दिन टाल दिया गया है।

सीमा ने की बैठक

सियासी सरगर्मी के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष ने पिछले 3 दिनों में सोमवार को दूसरी बार निवास पर बैठक की है। बैठक में शामिल जिला पंचायत सदस्यों को एकजुट करते हुए उन्होंने विपक्ष के मंसूबों की जानकारी भी साथी सदस्यों को दी। सपा नेता अतुल प्रधान ने अपना दावे को बरकरार रखते हुए कहा कि उनके पास बहुमत है। विपक्षी यदि अविश्वास प्रस्ताव लाते हैं तो उन्हें लाने दें।

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सरकार के बदलने के बाद इस तरह की गतिविधियां होती हैं। यदि अविश्वास प्रस्ताव आता है तो स्वस्थ परंपरा के साथ बहुमत सिद्ध करने का प्रयास किया जाएगा।

-जयवीर सिंह, जिलाध्यक्ष, सपा

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जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अगले दो-तीन दिनों में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे। विपक्ष को जिला पंचायत सदस्यों को एकजुट करने के लिए कहा गया है। अभी हमसब लखनऊ में हैं।

-शिवकुमार राणा, जिलाध्यक्ष, भाजपा