अब नौकरी जाने पर ना लें स्ट्रेस

महानगरों में अक्सर युवाओं को नौकरी जाने का डर सताता रहता है. टेक्नोलॉजीज पर डिपेंडेंसी और अन्य बाहरी कारणों ने भी जॉब कट में योगदान दिया है. लेकिन नौकरी के भरोसे होमलोन लेने वाले युवाओं के लिए नौकरी जाना किसी भारी मुसीबत से कम नहीं होता है. क्योंकि हर महीने की किश्त के लिए आने वाला धन अचानक से बंद हो जाता है. तीन महीनें तक होमलोन की ईएमआई अदा ना करने पर होमलोन खाता एनपीए में चला जाता है. ऐसे में कर्ज लेने वाले प्रोफेशनल्स को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. लेकिन अब रॉयल सुंदरम इंश्योरेंस ने अपने ग्राहकों के लिए एक ऐसी स्कीम पेश की है जो अचानक नौकरी जाने पर तीन महीने तक ईएमआई प्रोवाइड कराएगी. फिलहाल बाजार में ऐसी ही कुछ इंश्योरेंस स्कीमें उपलब्ध हैं लेकिन यह स्कीमें नौकरी जाने, निष्कासित किए जाने, सस्पेंड किए जाने और छंटनी किए जाने को कवर करती हैं. परंतु यह स्कीमें धोखाधड़ी के आरोप में कंपनी से बाहर निकाले गए पेशेवरों को कवर नहीं करती है.

कैसी है रॉयल सुंदरम की नई पॉलिसी

रॉयल सुंदर ने वेतनभोगी कर्मचारियों को ध्यान में रखकर इस नई पॉलिसी को डिजाइन किया है. पॉलिसी के बारे में रॉयल सुंदरम के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय बिम्भट ने बताया, 'यह पॉलिसी उनलोगों के लिए है जो किसी खतरनाक बीमारी या दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी या पूरी तरह विकलांग होने और नौकरी चले जाने के कारण अपने लोन का भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं.'

लोगों को पसंद आ रही हैं ऐसी स्कीमें

आईसीआईसीआई लम्बार्ड में अंडर राइटिंग और क्लेम के चीफ संजय दत्ता ने ऐसी स्कीमों के प्रति लोगों के रुझान को बताते हुए कहा, 'इस प्रकार की पॉलिसियों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है. भारतीय इकॉनमी तेजी से बदल रही है और तकनीक के आने के कारण कई सेक्टरों में नौकरियों में कटौती की जा रही है.' फिलहाल आईसीआईसीआई पर्सनल एक्सीडेंट और सीरियस इलनैस की स्कीमों के साथ नौकरी जाने को भी कवर करता है. एचडीएफसी अर्गो के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर मुकेश कुमार ने कहा, 'हमने इस पॉलिसी को इस बात को ध्यान में रखकर डिजाइन किया है कि लोगों को अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग पॉलिसी नहीं लेनी पड़े.' इसके साथ ही बजाज एलियांज भी स्टडी लीव की स्थिति में होमलोन की ईएमआई देने वाली स्कीम को बनाने की सोच रहा है.

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