RANCHI: हमेशा विवादों में रहने वाला जेपीएससी एक बार फिर भ्वीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को लेकर कठघरे में है। मुख्य परीक्षा परिणाम में म्क्8 अभ्यर्थियों को रिजेक्ट किए किए जाने के बाद आयोग ने साक्षात्कार का काम तो पूरा कर लिया, मगर इसके दो महीने बाद भी रिजल्ट जारी नहीं कर रहा है। इससे कैंडिडेट्स परेशान हैं। वहीं राज्य प्रशासनिक सेवा के ख्7ख् पदों पर होने वाली नियुक्ति भी अधर में लटक गई है। जबकि जेपीएससी द्वारा अदालत में मामला लंबित होने के कारण रिजल्ट पर रोक लगाने की बात कही जा रही है।

स्थिति स्पष्ट करे सरकार

इधर इस परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर आंदोलन कर रहे छात्रों ने सरकार से इस परीक्षा को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है, ताकि छात्रों की परेशानी दूर हो सके। छात्र नेता मनोज कुमार कहते हैं कि जब इंटरव्यू ले लिया है, तो रिजल्ट भी जारी कर देनी चाहिए। साथ ही उन्होंने जेपीएससी भ्वीं सिविल सेवा परीक्षा की पूरी प्रक्रिया की सीबीआई जांच की भी मांग की।

रोक का नहीं लीगल आधार

आश्चर्य की बात यह है कि जिस जेपीएससी ने मामला सबजुडिस बताते हुए अंतिम परिणाम घोषित करने पर रोक लगा रखा है, उसे हाईकोर्ट ने परीक्षा परिणाम पर रोक लगाने या इस तरह का कोई आदेश दिया ही नहीं है। ऐसे में अब आयोग के ऊपर सवाल उठने लगे हैं। हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट राजीव कुमार कहते हैं कि रिजल्ट प्रकाशित नहीं करने का कोई लीगल आधार ही नहीं है। आयोग की जिम्मेदारी है कि वह रिजल्ट को घोषित करे।

भ्वीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में कब-क्या

-ख्0क्फ् में विज्ञापन प्रकाशित होने के बाद परीक्षा को लेकर तैयारी शुरू हुई

-क्भ् दिसंबर ख्0क्फ् को प्रारंभिक परीक्षा हुई

-क्ख् जनवरी ख्0क्ब् को प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आया

-क्म् जून ख्0क्ब् से मुख्य परीक्षा आयोजित करने की घोषणा हुई।

-क्ब् जून ख्0क्ब् को मुख्य परीक्षा स्थगित करने का आयोग ने निर्णय लिया

-म् फरवरी ख्0क्भ् को मुख्य परीक्षा पर लगी रोक हटी

-ख्भ् मई से क्भ् जून ख्0क्भ् तक आयोग ने मुख्य परीक्षा आयोजित की

-मुख्य परीक्षा में म्क्8 अभ्यर्थियों की कॉपी रद्द

- छात्रों की नाराजगी के बीच आयोग ने क् से क्म् दिसंबर ख्0क्भ् तक साक्षात्कार कराया