- कॉमनवेल्थ खेलों में मेरठ का पहला दांव आज

- जूडो में गरिमा का 63 किग्रा वर्ग में मुकाबला आज

- दोपहर दो बजे से टेन एक्शन पर होगी लाइव कवरेज

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nikhil.sharma@inext.co.in

Meerut: ग्लासगो में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स ख्0क्ब् में मेरठ आज अपनी पहली चुनौती देने उतरेगा। मेरठ की बेटी गरिमा चौधरी आज जूडो में अपनी किस्मत आजमाएंगी। उम्मीद है गरिमा देश को मेडल दिलाने में सफल होंगी और मेरठ का सर ऊंचा करने में भी।

आज है मुकाबला

गरिमा चौधरी आज जूडो खेल में अपनी चुनौती पेश करेंगी। गरिमा जूडो में म्फ् किग्रा भार वर्ग में खेलती हैं। मुकाबला आज दोपहर दो बजे से टेन एक्शन पर लाइव दिखाया जाएगा। गरिमा का मुकाबला देखने के लिए शहर के लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद है गरिमा इस बार देश को मेडल दिलाने में कामयाब होगी।

पहला कॉमनवेल्थ गेम्स

गरिमा चौधरी इस समय गजब की फार्म में चल रही है। पहले नेशनल जूडो चैंपियनशिप और फिर नेपाल में हुई साउथ एशियन जूडो चैंपियनशिप में गरिमा ने धमाकेदार प्रदर्शन किया था। इससे इस बार गरिमा से मेडल की उम्मीद बढ़ गई है। गरिमा अपना पहला कॉमनवेल्थ गेम्स खेल रही है, इससे गरिमा पर देश को जूडो में मेडल जीतने का भी दबाव होगा।

चोट से उबर गई

ग्लासगो से फोन पर हुई बातचीत में गरिमा ने बताया कि वह अब चोट से पूरी तरह उबर गई है। अब उसका लक्ष्य सिर्फ और सिर्फ यहां पर मेडल जीतना है। कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए गरिमा पिछले छह महीनों से लगातार प्रैक्टिस कर रही थी।

घर में चल रही प्रार्थना

कैलाश पुरी स्थित ओलंपियन गरिमा चौधरी के घर पर उसकी मां सतेश चौधरी पूरे दिन से पूजा अर्चना करती दिखीं। वह भगवान से प्रार्थना कर रही हैं, कि इस बार जरूर उनकी बेटी ग्लासगो से मेडल लेकर लौटे। सतेश चौधरी ने कहा कि बस अब उसके मुकाबले का इंतजार है, भगवान जरूर उनकी बेटी को इस बार मेडल जीताएगा।

मैं देश के लिए मेडल लाना चाहती हूं। ये मेरी जिद है। अब बस इसी जिद के सहारे अपना हौसला बढ़ा रही हूं।

गरिमा चौधरी, जूडोका

बेटी ने इस मेडल के लिए बहुत मेहनत की है। अब नहीं तो फिर कभी नहीं। बस यही सोचकर वो मैट पर उतरेगी। उसे मेरी शुभकामनाएं हैं।

सतेश चौधरी, गरिमा की मां