- जूनियर डॉक्टर्स का धरना-प्रदर्शन, नये मरीजों को देखने से किया इनकार

- पीएमएस संवर्ग के डॉक्टर्स की वरीयता के विरोध में मुख्य गेट व इमरजेंसी में जड़ा ताला

GORAKHPUR:

अगर तबीयत नासाज है तो बीआरडी मेडिकल कॉलेज मत जाइएगा। वजह, यहां सोमवार से शुरू हुई जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पीजी सीट के पीएमएस संवर्ग डॉक्टर्स को वरीयता देने के विरोध में जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाते ही इमरजेंसी ठप कर दी गई। मुख्य गेट और इमरजेंसी में ताला जड़ दिया गया। आनन-फानन में सीनियर डॉक्टर्स को ऑन कॉल बुलाया गया, लेकिन उन्होंने नए मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी है।

तालाबंदी कर डॉक्टर्स का प्रदर्शन

सोमवार की देर शाम करीब 8 बजे जूनियर डॉक्टर्स अचानक एकजुट हुए और मेडिकल कॉलेज गेट पर ही ताला बंद कर दिए गए थे। करीब बीस मिनट तक न तो कोई मरीज अंदर आ पा रहा था और न ही तीमारदार बाहर जा पा रहे थे। किसी तरह से वहां का ताला खुलवाया गया तो जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी में तालाबंदी कर वहां पर प्रदर्शन करने लगे। जूनियर डॉक्टर्स इस कदर आक्रोशित थे कि उनको समझाने के लिए प्राचार्य भी हिम्मत नहीं जुटा पाए हैं।

बिना इलाज लौटे

इस हड़ताल के चलते सोमवार रात मेडिकल कॉलेज में आनन-फानन की स्थिति रही। इस दौरान कई गंभीर मरीज बिना इलाज ही लौट गए। तीमारदार या तो अपने मरीज को पास के स्वास्थ्य केंद्र ले गया या फिर प्राइवेट नर्सिस होम में भर्ती कराया। हड़ताल के चलते वहीं वाडरें में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों की भी मुसीबत बढ़ गई। हड़ताल को देखते हुए सीनियर डॉक्टर्स को कॉल कर बुलाया गया।

ये हड़ताल की वजह

मामला करीब दो साल पुराना है। जूनियर डॉक्टर्स के मुताबिक दो साल पहले डिप्लोमा कोर्स में पीएमएस डॉक्टर्स को तीस फीसदी वरीयता देने का फैसला किया गया। इसे आधार बनाते हुए पीएमएस संवर्ग के डॉक्टर हाईकोर्ट चले गए और पीजी सीट में वरीयता की मांग करने लगे। हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। इसके बाद पीएमएस संवर्ग के डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट चले गए। सुप्रीम कोर्ट ने पीएमएस वर्ग के डॉक्टर्स को वरीयता देने का आदेश कर दिया। इसकेबाद यूपी सरकार ने पुर्नविचार याचिका दाखिल की है। इसी बीच सोमवार को लखनऊ में प्रवेश के लिए नई मेरिट लिस्ट बनाने के साथ ही काउंसलिंग शुरू हो गई तो जूनियर डॉक्टर्स का गुस्सा फूट गया और वह इसके विरोध में मेडिकल कॉलेज की चिकित्सकीय व्यवस्था पूरी तरह से ठप कर धरना-प्रदर्शन पर चले गए। ्र

यहां भी हड़ताल

-बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर

-केजीएमयू मेडिकल कॉलेज लखनऊ

-मेडिकल कॉलेज कानपुर

-मेडिकल कॉलेज आगरा

वर्जन

पूरे प्रदेश में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं। इस दशा में पेशेंट्स का इलाज प्रभावित न हो इसके लिए सीनियर डॉक्टर्स की छुट्यिां कैंसिल की जाएंगी। साथ ही इमरजेंसी सेवा चलाई जा रही है। इसके लिए पीएमएस संवर्ग के डॉक्टर्स के साथ वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।

डॉ। राजीव मिश्रा, प्राचार्य बीआरडी मेडिकल कॉलेज