- ओ तेरी की

- रोड पर इन्क्रोचमेंट कर दुकान लगाने वालों को निगम ने दिया नोटिस लेकिन कार्रवाई करना भूला

- चार माह पहले एनजीटी ने सड़कों के किनारे बने गोदाम को हटाने का दिया था आदेश, तब सक्रिय हुआ था निगम

GORAKHPUR: चार माह पहले एनजीटी के एक आदेश पर एक्टिव हुए नगर निगम प्रशासन ने शहर की सड़कों के किनारे बालू, गिट्टी और मिट्टी रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई की पहल की। नगर निगम के चीफ इंजीनियर ने सभी अवर अभियंताओं को ऐसी दुकानों का सर्वे करके नोटिस देने का आदेश दिया। अवर अभियंताओं ने तेजी दिखायी और दिसंबर के लास्ट वीक में एक सप्ताह के अदंर सामग्री हटाने का नोटिस भी थमा दिया। लेकिन, एक सप्ताह छोडि़ए, दो माह बीत गए, निगम खुद भूल चुका है कि उसे इसके आगे कोई कार्रवाई भी करनी है। लिहाजा, रोड किनारे दुकान, गोदाम वैसे ही पड़े हुए हैं।

देवरिया बाईपास

आने-जाने वालों की संख्या- एक लाख के लगभग

देवरिया बाईपास से शुरू होते ही 20 से 30 मीटर दूर बालू और गिट्टी की चार से पांच दुकानें हैं यह दुकानें रोड के किनारे घरेलू निर्णय के सामान बेचने का कार्य कर रहे हैं। अभी नवंबर माह में जीडीए देवरिया बाईपास पर अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने का कार्य किया था, इसमें जीडीए द्वारा आठ लोगों पर जुर्माना भी लगाया गया था, लेकिन आज भी इन सड़कों के किनारे गोदाम बने हुए हैं।

रुस्तमपुर ढाला

आने-जाने वालों की संख्या- दो लाख से अधिक

गोरखपुर का यह रास्ता बहुत ही महत्वपूर्ण है। लखनऊ और बनारस आने-जाने वालों के साथ ही साथ लगभग एक दर्जन मोहल्ले के लोग इसी रास्ते से आते हैं। रुस्तमपुर ढाले से पैडलेगंज की तरफ जाने पर 100 मीटर दूर लगभग तीन से चार जगहों पर गोदाम बना हुआ है। यहां पर दिन हो या रात, बालू और गिट्टी उतारने और भरने के लिए ट्रक और ट्राली लगे रहते हैं। सबसे अधिक परेशानी कोहरा शुरू होने के बाद होगी, क्योंकि यहीं पर यह हाईवे हल्का सा टर्न होता है।

हरिहर प्रसाद दूबे मार्ग

दाउदपुर काली मंदिर रुस्तमपुर ढाला जाने वाले रास्ते के पास एक अपार्टमेंट का निर्माण हो रहा है। इस अपार्टमेंट के पास पर्याप्त जमीन होने के बाद भी गिट्टी और बालू सड़क पर पड़े हुए हैं। निर्माण सामग्री से फूटपाथ पर कब्जा हो गया है। वहीं यहां पर आवारा जानवरों का भी जमावड़ा होने लगा है। गिट्टी के कारण गई लोग रात में सड़क पर गिर कर घायल हो चुके हैं।

इन एरिया में भी है इन्क्रोचमेंट

- तारामंडल

- नौसड़

- महेवा

- सिंघाडिया

- मोहद्दीपुर

- जेल बाईपास

- खजांची चौराहा

- स्पोर्टस कॉलेज

- बरगदवां

- सोनौली रोड

- गोरखनाथ

- धर्मशाला बाजार

- ट्रैफिक एसपी आफिस

- अलहदादपुर

कॉलिंग

पब्लिक बहुत अधिक परेशान हो रही है, लेकिन किसी भी जिम्मेदार की इस तरफ नजर नहीं पड़ती है। रात में गिट्टी नहीं दिखाई देने के कारण हादसे हो जाते हैं, वहीं दिन में हवा बहने पर धूल उड़ती है और एरिया एक्सीडेंट प्वाइंट में तब्दील हो जाता है।

महेश शर्मा, व्यापारी

पिछले साल इसी तरह से रुस्तमपुर ढाले के पास कोहरे में मेरा भाई गिट्टी पर फिसलकर गिर गया। जिससे उसकी आंख में काफी चोट आ गई थी, किसी तरह से लोग उसे बचाकर हॉस्पिटल पहुंचाए।

भागीरथी निषाद, व्यापारी

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