इन 12 लोगों में कुछ बड़े खिलाड़ियों का नाम भी शामिल होने की बात कही जा रही है.
मंगलवार को मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस मुद्गल समिति से पूछा था कि क्या वो आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टा के सिलसिले में एन. श्रीनिवासन और 12 दूसरे लोगों के खिलाफ आगे और जांच करना चाहेंगे?
न्यायमूर्ति एके पटनाईक की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि अगर समिति चाहे तो उसे जांच एजेंसियों की सहायता भी मुहैया कराई जाएगी. जांच के दायरे में कई प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी भी शामिल हैं.
जस्टिस मुद्गल की सहमति के बाद अब सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में फ़ैसला लेना है.
बीसीसीआई को झटका
स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों के बाद भारत में खले की साख को झटका लगा है
इससे पहले भारत में क्रिकेट की नियामक संस्था बीसीसीआई ने सुप्रीम कोर्ट को सामने तीन सदस्यीय जांच पैनल का प्रस्ताव रखा था, जिसे देश की सर्वोच्च न्यायालय ने हितों के टकराव के आधार पर ख़ारिज कर दिया.
जिन 13 लोगों की जांच की बात कही गई है, उनके नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं हुए हैं.
बोर्ड ने जिस तीन सदस्यीय जांच दल का नाम सुझाया था उनमें भारत के आल-राउंडर खिलाड़ी रवि शास्त्री, कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जे.ए. पटेल और सीबीआई के पूर्व निदेशक आरके राघवन के नाम शामिल थे.
आईपीएल के पिछले संस्करण में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाज़ी के आरोपों की जाँच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर में मुद्गल समिति का गठन किया था.
इस समिति ने इस साल फ़रवरी में अपनी रिपोर्ट पेश की थी. समिति ने साथ ही अदालत को एक सीलबंद लिफाफा भी सौंपा था जिसमें ख़बरों के मुताबिक़ 13 लोगों के नाम थे. समिति ने रिपोर्ट में कहा था कि इन लोगों की व्यापक जाँच किए जाने की ज़रूरत है.
International News inextlive from World News Desk