जुबनाइल कोर्ट का रिकार्ड

वर्ष मुकदमे

2014 1056

2013 1004

2012 893

2011 817

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-जुवेनाइल कोर्ट के आंकड़ों के अनुसार हर महीने पकड़े जाते हैं लगभग दो दर्जन नए नाबालिग अपराधी

-पुलिस का गुडवर्क और जेल में क्रिमिनल्स की संगत भी दिशाभ्रमित बच्चों को बना देती है हार्डकोर क्रिमिनल

KANPUR : नाबालिग अपने महंगे शौक और जरूरतों को पूरा करने के लिए अपराध की राह पकड़ रहे हैं। जुवेनाइल कोर्ट के तीन साल के रिकार्ड के मुताबिक क्8 साल से कम उम्र के लड़के और लड़कियों में अपराधिक छवि बढ़ रही है। दो साल का क्राइम रिकार्ड भी इसकी पुष्टि करता है। शहर में हर महीने औसतन ख्0 से ख्ख् किशोर लूट, चोरी और तस्करी में पकड़े जाते हैं। इसमें ज्यादातर गरीब फैमिली के बच्चे होते है। वहीं, हत्या, दुष्कर्म, हत्या का प्रयास जैसे संगीन मामलों में भी हर महीने किशोरों की गिरफ्तारी हो रही है।

गुडवर्क के लिए फर्जी गिरफ्तारी

जुवेनाइल बोर्ड के सदस्य के मुताबिक हर महीने औसतन ख्0 से ख्भ् मामले निस्तारित होते हैं। कई मामलों में सामने आया है कि पुलिस गुडवर्क के नाम पर किशोरों को फर्जी फंसा देती है। जिसके बाद वे गरीबी से छुटकारा पाने के लिए कुछ रुपए में ही कोई भी क्राइम करने लगते है। कुछ तो पुलिस से बचने के लिए उनके मुखबिर बन जाते हैं।

एक चौथाई केस रेप और मर्डर के

इस समय जुबनाइल कोर्ट में करीब क्000 केस चल रहे हैं। जिसमें ख्भ्0 से ज्यादा केस रेप, मर्डर, लूट, डकैती से संगीन मामलों के हैं। रेप के केस सबसे ज्यादा है। बोर्ड के सदस्य कमलकान्त तिवारी के मुताबिक पहले रेप के केस बहुत कम आते थे। पिछले तीन से चार साल में रेप के केस अचानक बढ़ गए हैं। इसके पीछे सामाजिक बदलाव और मानसिक विकृति है।

जेल में सीखते क्राइम की एबीसी

शहर में हर महीने औसतन ख्0 से ख्ख् किशोर अपराधिक मामलों में गिरफ्तार किए जाते है। इसमें कुछ किशोर मजबूरी में कोई अपराध कर देते है, तो कुछ पेशेवर होते हैं। जेल में वे शातिर क्रिमिनल के बीच पहुंच जाते हैं। उनका रसूख देखकर जुड़ जाते हैं।

कई पर तो आठ से क्0 केस

जुवेनाइल कोर्ट में कई ऐसे किशोर के खिलाफ केस चल रहे हैं, जिनपर दर्जनों केस हैं। बजरिया निवासी एक किशोर पर तो आठ मुकदमे हैं। इसी तरह बर्रा में रहने वाले एक पंद्रह साल के लड़के के खिलाफ क्0 मुकदमे दर्ज है। भरतीय कानून में किशोर अपराधी को बाल सुधार गृह में रखा जाता है। वे क्राइम करने के बाद भी सजा से बच जाते हैं। शातिर अपराधी सुपारी लेकर उनके जरिए मर्डर तक कराते हैं।

कुछ जुवेनाइल क्राइम केसेज

क्। रक्षाबन्धन पर बहन की असमत लूटी

चौबेपुर के एक गांव में रक्षाबन्धन के दिन नाबालिग किशोर ने दो दोस्तों के साथ मिलकर चचेरी बहन से गैंगरेप कर दिया। इस केस में पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दोस्तों की तलाश की जा रही है। इसमें आरोपी भाई और उसके दोस्तों की उम्र क्भ् से क्7 साल के बीच है।

ख्। गर्लफ्रैंड के लिए बना क्रिमिनल

तिलक नगर में रहने वाले एक कारोबारी का बेटा गर्लफ्रैंड को महंगे गिफ्ट देने के लिए घर से चोरी करने लगा। पेरेन्ट्स ने रंगेहाथ पकड़ने पर भी उसको माफ कर दिया। दोबारा चोरी पर बाइक छीन ली। इसपर उसने नवीन मार्केट में बाइक चोरी करने की कोशिश की और पकड़ा गया। फिर जेल जाना पड़ा।

फ्। बुरी संगत ने पहुंचाया जेल

शान्ति नगर में रहने वाले नगर निगम कर्मी के बेटे की अपनी उम्र से बढ़े लड़कों से दोस्ती थी। परिजनों ने समझाया, लेकिन वो मिलता रहा। दीवाली के दो दिन पहले वह उन्हीं दोस्तों के साथ बाइक से शापिंग करने के लिए नवीन मार्केट जा रहा था। तभी रास्ते में वाहन चेकिंग में उसको रोक लिया गया। उसके दोस्त के पास गाड़ी के पेपर न मिलने पर पुलिस ने कड़ी से पूछताछ की, तो पता चला कि वह चोरी की बाइक थी। उसको जेल जाना पड़ा।

ब्। सोलह की उम्र वाला स्मैक तस्कर

लाटूश रोड में रहने वाला एक किशोर गरीबी से तंग आकर स्मैक की तस्करी करने लगा। जिसकी शुरुआत में उस पर रुपए की बरसात हो गई। कुछ ही दिनों में वह घर पर हर जरूरत का सामान ले गया, लेकिन बाद में जेल जाना पड़ा। पुलिस रिकार्ड में सोलह साल की उम्र में उसका नाम स्मैक तस्कर में रूप जुड़ गया। वह स्मैक पीने भी लगा है।