वर्ल्ड में 19 रैंकिंग वाली बैटमिंटन डबल्स प्लेयर ज्वाला गुट्टा ने टारगेट ओलंपिक पोडियम कार्यक्रम में उन्हें नजरअंदाज किए जाने का दर्द ट्वीटर पर जाहिर किया और खेल मंत्रालय से कहा कहा कि देश का मान सम्मान बढ़ाने के लिए इतनी कड़ी मेहनत करने के बाद वह इस तरह के बर्ताव की हकदार नहीं थी.

अश्विनी पोनप्पा के साथ मिलकर वर्ल्ड चैंपियनशिप 2011 में ब्रांज मैडल विनर ज्वाला ने कह कि इस तरह के बरताव से बेहद आहत हुई हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि उन्होंने अभी खबर पढ़ी कि अश्विनी और उनका नाम टॉप कार्यक्रम में शामिल नहीं है. जिससे उन्हें काफी निराशा हुई है. ज्वाला ने बताया कि जिन प्लेयर्स को व्यवसायिक घराने भी सहयोग कर रहे हैं और उन्हें स्पांसर भी मिल रहे हैं वे तो इस लिस्ट में हैं पर उनके और अश्विनी जैसे प्लेयर जो केवल भारत सरकार के सहयोग से काम कर पा रहे थे उनके लिए अब इसकी संभावना भी कम हो गई है.


हम बोलेंगे तो बोलोगे की बोलते हैं
कुछ इसी अंदाज से अपनी तकलीफ शेयर करते हुए ज्वालला ने कहा कि अगर उन जैसे प्लेयर इस बिहेवियर के लिए अपना प्रोटेस्ट जाहिर करते हैं तो इसे बगावत कहा जाएगा और अगर वे चुप रहते हैं तो नजरअंदाज कर दिया जाएगा. ऐसे में वे बेहद डीमोटिवेटेड फील कर रही हैं. संघ ने हमें लगातार हतोत्साहित किया और अब सरकार भी ऐसा कर रही है अब हम कहां जायें. ज्वाला और अश्विनी ने भी टॉप कार्यक्रम में अपना नाम शामिल करने के लिये सरकार को लिखा था.

 

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