- 18 प्रतिशत जीएसटी भी अलग से देना होगा आवंटी को

- 10 कल्याण मंडप हैं निगम के शहर में

- 2 से 4 गुना तक किराया बढ़ाए जाने का प्रस्ताव

- 5 साल से चल रहा है किराया बढ़ाने का प्रयास

- मेयर के सामने रखा जाएगा किराया बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव

- वर्तमान समय में निगम की वित्तीय हालत बेहद खराब

LUCKNOW: अपनी वित्तीय स्थिति को पटरी पर लाने के लिए निगम की ओर से कई बिंदुओं पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। एक तरफ जहां हाउस टैक्स बकाएदारों पर शिकंजा कसा जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ आवासीय योजना से जुड़े बांड भी जारी करने की तैयारी हो रही है। इसके साथ ही अब फिर से कल्याण मंडपों का किराया बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसे जल्द ही मेयर के समक्ष रखा जाएगा। उनकी स्वीकृति के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

दो से चार गुना तक बढ़ोत्तरी

निगम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जो प्रस्ताव तैयार किया गया है, उससे साफ है कि कल्याण मंडपों के किराए में दो से चार गुना बढ़ोत्तरी हो सकती है। नगर निगम की नई कार्यकारिणी के चुनाव के बाद अगले सदन में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को रखने की तैयारी हो रही है। हालांकि इससे पहले मेयर संयुक्ता भाटिया के सामने प्रस्ताव को रखा जाएगा।

हुआ था विरोध

पिछले वर्ष भी निगम की ओर से कल्याण मंडपों के किराए में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव लाया गया था। इस प्रस्ताव को नगर आयुक्त स्तर से स्वीकृति भी दे दी गई थी। हालांकि इसके बाद हर तरफ इस कदम का विरोध हुआ, जिसके कारण किराया बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव फाइलों में कैद हो गया।

5 साल से बढ़ोत्तरी नहीं

निगम अधिकारियों की मानें तो करीब 5 साल से दरों में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। इस समय निगम वित्तीय संकट से गुजर रहा है, ऐसी स्थिति में किराया बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को स्वीकृति मिलना बेहद जरूरी है। अब 18 प्रतिशत जीएसटी भी चुकाना होगा।

तैयार प्रस्ताव पर एक नजर

कल्याण मंडप पहले (किराया) प्रस्तावित (किराया)

महानगर कल्याण मंडप 35480 70,000

(भूतल बिना एसी विद लॉन)

महानगर कल्याण मंडप 42480 80,000

(भूतल एसी विद लॉन)

महानगर कल्याण मंडप 16,040 35,000

(प्रथम तल बिना एसी)

कल्याण मंडप विकासनगर 30,380 55,000

सामुदायिक केंद्र विकासनगर 13,156 25,000