-जादूगोड़ा में चर्चित चिटफंड का सरगना कमल सिंह गुवाहाटी से गिरफ्तार

-मंडे को पुलिस ने किया मीडिया के समक्ष पेश

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JAMSHEDPUR: चिटफंड कंपनी राजकॉम के सरगाना कमल कुमार सिंह आखिर पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। कमल पर क्भ् सौ करोड़ रुपए घोटाला करने का आरोप है। जमशेदपुर पुलिस की विशेष टीम ने उसे गुवाहाटी से रविवार को गिरफ्तार किया। सोमवार को उसे जमशेदपुर लाया गया और पुलिस ने कमल को रिमांड पर लेकर पूछताछ की और इसके बाद घाटशिला जेल भेज दिया। एसएसपी अमोल वी होमकर के निर्देश पर विशेष टीम गुवाहाटी गई थी। एसएसपी ने बताया कि कमल सिंह के खिलाफ जादूगोड़ा थाना में पांच और परसुडीह थाना में धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज हैं।

ऐसे हुइर् गिरफ्तारी

सैकड़ों लोगों को भूखमरी के कगार पर पहुंचा देने वाला कमल सिंह पुलिस के डर से कई सालों से फरार था। वह खुद बड़े शान के साथ रहता था। एसएसपी ने वर्तमान में वह दिसपुर के पॉश इलाके अहिलापड़ा स्थित एक फ्लैट में रह रहा था। उन्होंने कहा कि वो हर दो तीन महीने में फ्लैट बदलता था। उसने वहां फ्लैट भी खरीदा था। रविवार को ही वह गुवाहाटी से नोएडा जाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने उसे धर दबोचा। कमल की गिरफ्तारी के बाद उसकी पहचान कोलकाता में हुई।

एक सप्ताह तक की रेकी

कमल कुमार सिंह के गुवाहाटी में होने की सूचना मिलने पर पटमदा अंचल के पुलिस इंस्पेक्टर सुमन कुमार आनन के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम उसे गिरफ्तार करने के लिए भेजा गया। एसएसपी ने बताया कि टीम ने एक सप्ताह तक उसके ठिकानों और नेटवर्क को खंगाला और उसके घर को लोकेट किया। पुलिस ने क्9 अप्रैल को कमल कुमार सिंह को दिसपुर के अहिलापाड़ा स्थित उसके फ्लैट से गिरफ्तार किया।

तो मामला दर्ज कराएं

एसएसपी ने कहा कि कमल सिंह के झांसे में जितने भी लोग आए हैं, इसका पूरा आंकड़ा पुलिस के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि पीडि़त लोग संबंधित थाना में कंप्लेन करें इससे जांच में आसानी होगी।

सात दिन पहले ट्रेस हुआ था लोकेशन

पुलिस को लंबे समय से चकमा दे रहे कमल कुमार सिंह की गिरफ्तारी जमशेदपुर पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी। एसएसपी ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर लगातार तीन महीने तक काम किया गया। इस दौरान उससे जुड़े इंफॉर्मेशन कलेक्ट किए गए और गुप्तचर, तकनीकी साधनों का सहारा लेकर उसके ठिकाने को लोकेट किया गया। पुलिस को कमल कुमार सिंह के असम के गुवाहाटी में होने की सूचना मिली। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से गिरफ्तारी अभियान शुरू हुआ। दो टीम का गठन किया गया। एक टीम कोलकाता में डेरा डाला और दूसरी टीम गुवाहाटी रवाना हुई। पुलिस को सूचना थी कि वह नोएडा भागने का प्लान बना रहा है। इस वजह स कोलकाता में टीम को इमर्जेसी के तौर पर रखा गया। पुलिस इसमें कोई रिस्क नहीं लेना चाह रही थी। पुलिस को डर था कि यदि वह गुवाहाटी से भागने में सफल हो जाएगा तो कोलकाता में कमल को दबोचा जा सके।

करोड़ों का मालिक है कमल

कमल के पास जादूगोड़ा में करीब 8 करोड़ रुपए की कीमत का मॉल है। इसके अलावा कई स्थानों पर पैसा इन्वेस्ट किया है। पुलिस को शक है कि उसने विदेशों में पैसा इन्वेस्ट किया है। कमल ने कोलकाता, दिल्ली, नोएडा और धनबाद में अपना ठिकाना बनाया था। एसएसपी ने बताया कि पुलिस को शक है कि इन ठिकानों पर उसने रियल स्टेट में इन्वेस्ट भी किया है। पुलिस कमल को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।