पिता की डांट के डर से भागी युवती का दिल्ली स्टेशन से हो गया था किडनैप

सेक्स रैकेट के जाल में फंसी, बेचने की थी तैयारी, भागकर बरेली पहुंची

BAREILLY:

पिता की डांट के डर से कानपुर से भागी एक युवती का दिल्ली स्टेशन पहुंचने पर किडनैप हो गया था। किडनैपर्स ने युवती को नशीला पदार्थ खिलाकर डेढ़ महीने तक अपने कब्जे में रखा। किडनैपर्स सेक्स रैकेट और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े थे। युवती का सौदा कर बोली लगाई जाने लगी। किडनैपर्स ने युवती को बेचने की तैयारी कर ली थी। इस दौरान युवती मौका पाकर किडनैपर्स के चंगुल से भाग निकली और 29 अगस्त को बरेली पहुंच गई। बरेली जीआरपी की कस्टडी में युवती ने पूरी बात बताई तो मामला उजागर हुआ।

मोबाइल चोरी का था आरोप

कानपुर के झीझक गांव निवासी बैजनाथ पेशे से मजदूर हैं। उनकी बेटी ममता पर पड़ोस की ही एक महिला ने मोबाइल व 900 रुपए चोरी होने का आरोप लगा दिया। झूठे आरोपों पर बदनामी का डर और पिता की डांट से घबराई युवती ने 12 जुलाई को घर छोड़ दिया और जुलाई अगस्त को दिल्ली जंक्शन पहुंच गई। युवती का कहना है कि दिल्ली जंक्शन पर उतरते ही उसका किडनैप हो गया और उसे कुछ याद नहीं। होश आने पर उसने एक बंद कमरा देखा। जिसमें कुछ लोग उसे खाना-पानी देते। जिसके बाद वह फिर बेहोश हो जाती।

मुसाफिर ने की मदद

युवती के बयान के मुताबिक कमरे में मौजूद लोगों की बातचीत से उसने अंदाजा लगाया कि उसे बेचने की तैयारी थी। 29 अगस्त को दिन में उसने कमरे का दरवाजा खुला पाया तो वह भाग निकली और दिल्ली स्टेशन पहुंच गई। करीब रात 11 बजे वह बरेली जंक्शन उतरी और टिकट घर के पास रात बिताई। 30 अगस्त की दोपहर उसने नजदीक बैठे एक मुसाफिर से अपने मोबाइल के जरिए भाई को कॉल करने की मिन्नत की। दिल्ली के उस्मानपुरी निवासी और प्रिंटिंग प्रेस में कर्मचारी सुनील गिरी ने अपने मोबाइल से युवती की उसके भाई से बात कराई। इसके बाद अन्य मुसाफिरों संग जीआरपी थाने में सेफ्टी के लिहाज से युवती को पहंुचा दिया।

मंगलपुर में भी मुकदमा

जीआरपी को पूछताछ में युवती ने अपनी डेट ऑफ बर्थ 18 अगस्त 1996 बताई और मई में ही 12वीं पास आउट होने की जानकारी दी। जीआरपी सब इंस्पेक्टर लीला सचान को युवती ने बताया कि पड़ोस की महिला ने उससे मोबाइल उधार लिया और उससे कई दिन बात करती। एक दिन महिला ने मोबाइल चोरी होने की बात कही। कुछ दिनों बाद महिला के घर में अपना मोबाइल देखा तो वह घर ले आई। इस पर ही महिला ने मोबाइल चोरी का इल्जाम लगा दिया। पिता की डर से वह भाग गई थी। इस पर परिजनों ने मंगलपुर पुलिस थाना में युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

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युवती के परिजनों को कॉल कर बुलाया गया था। ट्यूजडे आधी रात बरेली पहुंचे परिजनों को कागजी कार्रवाई के बाद युवती सौंप दी गई। परिजन सुबह 4 बजे की ट्रेन से कानपुर रवाना हो गए।

- लीला सचान, सब इंस्पेक्टर, जीआरपी