-बीकॉम फाइनल और एमकॉम प्रीवियस की कापीज चेक हो गईं

-दूसरी यूनिवर्सिटीज के करीब तीन हजार टीचर कापीज चेक करेंगे

-बाकायदा यूनिवर्सिटी पोर्टल पर दिया गया बाहरी टीचर्स को इनविटेशन

-टाइम से रिजल्ट डिक्लेयर करने की कवायद में हुआ ये डिसीजन

-लेकिन बाद में पासिंग परसेंटेज गिरने की आशंका

KANPUR : सीएसजेएमयू में स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा होने की वजह से कापी टाइम पर चेक करवा पाना मुश्किल लग रहा है। 8 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने इस बार एनुअल एग्जाम दिया है। इनकी कापी चेक करने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने बाहरी यूनिवर्सिटी के टीचर को कॉल किया है। इसके लिए यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर बाकायदा टीचर को इनवाइट किया गया है। यूनिवर्सिटी सोर्सेज के अनुसार दूसरी यूनिवर्सिटीज के करीब फ् हजार टीचर्स कापी चेक करने के लिए सीएसजेएमयू कैंपस में आ रहे हैं। शनिवार की सुबह से इंग्लिश की कापी जांचने का काम शुरू हो गया। यूनिवर्सिटी में एक टीचर यूजी लेवल पर ख्म्भ्0 कापी चेक कर सकता है।

पेमेंट ब्0 हजार रुपए फिक्स

सीएसजेएमयू में कॉपी इवेल्यूएशन के डिप्टी कोआर्डिनेटर डॉ। एसके दीक्षित ने बताया कि सबसे ज्यादा प्रॉब्लम आर्ट सब्जेक्ट की कापीज चेक करने में आती है। कापियां इतनी ज्यादा होती हैं कि यूनिवर्सिटी के टीचर्स से चेक नहीं कराई जा सकती है। एक कारण यह भी है कि गवर्नमेंट ने कापी चेक करने वाले टीचर का पेमेंट ब्0 हजार रुपए फिक्स कर दिया है। जिसकी वजह से कापी चेक करवाने के लिए दूसरे विश्वविद्यालय के टीचर को कॉल करना ही पड़ता है।

इसलिए बाहर से टीचर्स बुलाए

इंग्लिश की कापीज बीते शनिवार की सुबह से जंचने लगी हैं। इसमें करीब म्00 टीचर्स कापी जांच रहे हैं। हिन्दी, समाज शास्त्र, फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ के टीचर्स की हमेशा कमी रहती है। पूरे मूल्यांकन में करीब फ् हजार दूसरे विश्वविद्यालय के टीचर कापी चेक करने के बुलाए गए हैं। जो कि आमतौर पर तो अलग-अलग टाइम पर आते, लेकिन इस बार टाइम से रिजल्ट देने के लिए इनमें बहुत से एक साथ ही एक टाइम पर यूनिवर्सिटी में कॉल किए जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार इनमें से दूसरी यूनिवर्सिटीज के फेमस और दिग्गज टीचर्स भी हो सकते हैं, जिन्होंने कई बुक्स लिखी हैं या फिर अपने सब्जेक्ट की टीचिंग में मुकाम पाकर एवार्ड जीते हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी, पंजाब, चंडीगढ़, आगरा आदि से बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है।

पेपर सेटर्स तक को कॉल किया

कापी चेक करने के लिए सबसे पहले पेपर सेटर्स को बुलाया जाता है। अन्य टीचर पर उतना जोर नहीं होता है। यही वजह है कि यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर कापी जांचने के लिए बाकायदा इनविटेशन डाल दिया गया है। सेल्फ फाईनेंस कॉलेज के टीचर्स को भी कापी चेक करने के लिए बुलाया जा रहा है। इसका मेन रीजन टाइम पर रिजल्ट डिक्लेयर करना है। ताकि एकेडमिक सेशन लेट न होने पाए।

नेक्स्टवीक एमकॉम, बीकॉम की बारी

एमकॉम प्रीवियस की कापी चेक हो चुकी हैं। उम्मीद है कि नेक्स्ट वीक में इसका रिजल्ट यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर लोड कर दिया जाएगा। इसके अलावा बीकॉम फाइनल की भी कापी चेक हो चुकी हैं। एमकॉम के बाद बीकॉम फाइनल का भी रिजल्ट नेक्स्ट वीक में आ सकता है।

उर्दू व हिस्ट्री का रिजल्ट आया

संडे को एमए उर्दू प्रीवियस और फाइनल इयर का रिजल्ट यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर लोड कर दिया गया है। इसके अलावा एमए इंडियन हिस्ट्री प्रीवियस का भी रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया है। स्टूडेंट्स वेबसाइट पर रिजल्ट देख सकते हैं।

रिजल्ट परसेंटेज गिरने की आशंका

बाहर के हजारों टीचर्स द्वारा कॉपीज जांचने आने के कारण कॉपीज अच्छे से चेक होने और उससे रिजल्ट में पासिंग परसेंटेज गिरने की आशंका भी जताई जा रही है। इसे लेकर जहां स्टूडेंट्स परेशान हैं, वहीं बाकी टीचर्स स्टैंडर्ड सुधरने और नए सेशन में एडमीशन की मारामारी कुछ घटने की संभावना से खुश हैं।