क्या है जानकारी
आम लोगों पर ईएमआई का बोझ अब कम होने की पूरी उम्मीद है. एचडीएफसी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन केकी मिस्त्री ने जानकारी देते हुए बताया, ‘अगले दो महीने में लोन और भी ज्यादा सस्ते होंगे. वहीं दूसरी ओर जो भी लोग अगले एक महीने में फ्लोटिंग होम लोन लेंगे, उन्हें यह और भी ज्यादा सस्ता पड़ेगा. हमारी फंडिंग कॉस्ट में कमी आई है. इसलिए हमारे पास अपने कस्टमर्स को इसका फायदा देने की पूरी गुंजाइश है.’

क्या रही है रेपो रेट की स्थिति
उन्होंने यह भी कहा कि नए और पुराने होम लोन कस्टमर्स को सस्ते लोन का बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा. दो महीने में आरबीआई ने दूसरी बार पॉलिसी रेट में बहुत ज्यादा चौंकाने वाली कटौती की है. इससे पहले 15 जनवरी को भी आरबीआई ने रेपो रेट 0.25 प्रतिशत कम किया था. इस दर पर वह अन्य बैंकों को लोन देता है. 2015 की शुरुआत में रेपो रेट 8 प्रतिशत था. दो कटौती के बाद अब यह रेट 7.5 पर्सेंट हो गया है. ब्याज दर के बारे में इंडसइंड बैंक के सीईओ और एमडी रोमेश सोबती ने कहा कि इस साल पॉलिसी रेट्स में रिजर्व बैंक 0.50 प्रतिशत की कटौती कर चुका है. ऐसे में बैंकों को लोन सस्ता करना चाहिए. उधर, एक्सिस बैंक के एक्जेक्यूटिव डायरेक्टर श्रीनिवासन वरदराजन ने कहा कि पहले क्वॉर्टर में डिपॉजिट रेट्स में कमी आ सकती है. इससे बैंकों की फंडिंग कॉस्ट कम होगी. अब इसी के तहत लोन भी सस्ते हो जाएंगे.

घटाई जा सकती है लोन पर ब्याज दर
इतनी सुस्त आर्थिक विकास दर के चलते लोन की मांग इधर में काफी कम हुई है. ज्यादातर कंपनियां कैपेसिटी एक्सपेंशन प्रोग्राम को टाल रही हैं. इनमें से कोई भी कंपनी नए प्रोजेक्ट्स भी नहीं लगा रही हैं. दिसंबर क्वॉर्टर में ग्रॉस बैंक क्रेडिट में पूरे साल के हिसाब से 10.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. वहीं साल भर पहले यह बढ़ोतरी 14.2 प्रतिशत थी. इसको लेकर बैंक ऑफ इंडिया की चेयरमैन और एमडी विजयलक्ष्मी अय्यर का कहना है कि लोन की मांग को लोगों के बीच बढ़ाने के लिए बैंकों की ओर से ब्याज दर घटाया जा सकता है.

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